उदयपुर (क्रान्ति रावत) थाना उदयपुर अंतर्गत ग्राम मानपुर से 20 अगस्त से गायब नाबालिग को बरामद कर उसे भगा ले जाने वाले एक शख्स को पुलिस ने गिरफ्तार करने में सफलता पायी है। नाबालिग को पुलिस ने सीडब्ल्युसी के संरक्षण में सौंप दिया है। पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम मानुपर की नाबालिग के घर से गायब होने की सूचना परिजनों द्वारा उदयपुर थाना में दर्ज करायी गई थी। घटना की सूचना थाना प्रभारी इम्मानुएल लकड़ा द्वारा उच्चाधिकारियों को दी गई। पुलिस अधीक्षक आरएस नायक, एसडीओपी गरिमा द्विवेदी ने मामले की गंभीरता को देखते हुए नाबालिग की बरामदगी के लिए तत्काल टीम गठन किया गया जिसका टीम प्रभारी उदयपुर थाने के उप निरीक्षक संदीप कौशिक को बनाया गया उनके साथ आरक्षक संजीव चैबे, हेमंत लकड़ा, लखनपुर थाने की महिला आरक्षक शमा परवीन को शामिल किया गया। स्पेशल टीम के सदस्यों ने नाबालिग के घर में जाकर गहन छानबीन की छानबीन के दौरान एक कांपी में के तीन चार पन्ने में नाबालिग की हेंड र्राइंटिंग में ‘‘माफ कर देना पापा मैं चंदन के पास जा रही कभी नहीं लौटुंगी मुझे मत ढंुढना’’ लिखा हुआ पाया गया। इस बिंदु को आधार मानकर पुलिस ने आरोपी की तलाश शुरू कर दी।
नाबालिग घर से जाते वक्त मोबाईल साथ लेकर गयी थी। नाबालिग युवती रायपुर तक अकेली गयी वहां से गोपालगंज बिहार निवासी आरोपी युवक चंदन के साथ चली गयी। पुलिस ने आरोपी और नाबालिग के मोबाईल नम्बर को ट्रेस करना शुरू किया, इस काम में अम्बिकापुर साईबर सेल की मदद ली गयी। मोबाईल लोकेशन के आधार पर नाबालिग को गोपाल गंज बिहार से 26 अगस्त को बरामद किया गया। उसे भगा कर ले जाने वाला शख्स आरोपी चंदन यादव को भी उसी स्थान गोपाल गंज बिहार से गिरफ्तार किया गया। आरोपी युवक ग्रीन हाउस बनाने का काम करता था साल भर पहले से नाबालिग और उसकी जान पहचान थी। आरोपी युवक नाबालिग के गांव में आकर ग्रीन हाउस लगाने का काम किया था इसी दौरान नाबालिग युवती उसकी जान पहचान हुई थी। आरोपी ने नाबालिग को षादी का झांसा देकर बहलाया फुसलाया था जिसके झांसे में नाबालिग युवती आ गयी थी। पुलिस ने मामले में आरोपी युवक के विरूद्ध 363, 366, 376 पास्को एक्ट के तहत मामला कायम कर आरोपी को न्यायालय के आदेश पर जेल भेज दिया है।