नसबंदी के आपरेशन के बाद महिलाओं को जो सिप्रोसिन दी गई थी उसमें चूहामार दवा और जिंक फास्फाइड मिली थी। इस दवा के दुष्प्रभाव के चलते ही महिलाओं की मौतें हुर्इं और सवा सौ से अधिक महिलाएं पीड़ित होकर विभिन्न अस्पतालों में भर्ती हैं। सिप्रोसिन में चूहामार दवा और जिंक फास्फाइड होने की जानकारी विज्ञान महाविद्यालय के लैब में की गई जांच से मिली है। यह सनसनीखेज खुलासा शुक्रवार की शाम स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव आलोक शुक्ला ने अपोलो हास्पिटल में पत्रकारों से चर्चा करते हुए किया।