सरगुजा जिले के सीतापुर क्षेत्र की शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्द्यालय वंदना में बनाए गए अतिरिक्त कक्ष की ईमारत पहली बारिश बीतते ही इसमें हुए भ्रष्टाचार को उजागर कर रही है.. स्कूल की इमारात पूरी तरह जर्जर है.. छत से पानी टपकता है तो दीवारे भी फट चुकी है.. इतना ही नहीं ठेकेदार ने आधा शौचालय बना कर कम भी बंद करा दिया है.. लिहाजा इस भवन में पढने वाले बच्चे डरे हुए है और गुणवत्ता पर सवाल उठा रहे है..
वर्ष 2016 में ही इस भवन का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है और इस शिक्षा सत्र से बच्चे इसी भवन में पढ़ रहे है.. आलम यह है की छत धाराप्रवाह टपकती है.. तो वही दीवारे फट चुकी है.. लेकिन जब इस गाँव में कलेक्टर का दौरा होना था तब अपनी गलियों को छुपाने के लिए फटी हुई दीवारों को भर दिया गया..
जाहिर है की ठेकेदार ने इस भवन के निर्माण में व्यापक भ्रष्टाचार किया है तभी तो भवन की हालत ऐसी है.. वही शौचालय का निर्माण भी पूरा नहीं किया गया है.. आधा अधूरा शौचालय बना कर छोड़ दिया गया.. इधर शिक्षा विभाग के जिम्मेदार ठेकेदार के विरुद्ध कार्यवाही ना कर बल्की PWD विभाग को पत्र लिखकर सुधार कराने की बात कह रहे है.. लेकिन सवाल यह है की जिस इमारत की नीव से ही भ्रष्टाचार करते हुए उन्वात्ता विहीन कार्य किया गया हो उसमे थूक पालिस करने से भला क्या फायदा होगा.. शासन के पैसो का दुरुपयोग हो चुका है..
बहरहाल जिले में ना जाने ऐसे कितने भवन है जिसके निर्माण में गुणवत्ता का ध्यान नहीं दिया गया.. लेकिन शिक्षा में गुणवत्ता लाने शासन और प्रशासन कटीबध्यता की बात करता है.. आपको पता ही होगा की हमारी सुविधाओं के लिए शासन द्वारा खर्च किये जाने वाला पैसा हमारी ही कमाई का एक हिस्सा होता है.. लेकिन कुछ लोग भ्रष्टाचार कर हमारे और आपके पैसो का इस कदर दुरुपयोग करते है.. और प्रशासन सुधार की बात करता है..