कृषि कार्य के लिये किसानों ने दिया था डिमांड
अम्बिकापुर
कृषि कार्य के लिये विद्युत कनेक्शन को लेकर दो साल पहले डिमांड देने के बाद भी कनेक्शन नहीं मिलने और दो साल बाद उन किसानों को 27.27 हजार रूपये का नोटिस विद्युत विभाग द्वारा थमा देने का मामला सामने आया है। पीडि़त कृषको ने इस संबध में विभाग के मुख्य अभियंता को ज्ञापन सौंपकर अपनी समस्या से अवगत कराया है। मामला गांधीनगर क्षेत्र के ग्राम बलसेड़ी महादेवपारा का है।
ज्ञापन में किसान सीधनए अमरजीतए बसंतए दिलबन्दुए प्रदुमनए सुकदेखए चित्तर राम हम सीाी ग्राम बलसेड़ी ने बताया है कि हमारे द्वारा छत्तीसगढ़ राज्य वि. वि. क. मर्यादित के सभी नियमों का पालन करते हुये 3 एचपी कृषि कार्य हेतु 3 एचपी विद्युत कनेक्शन गत 26 फरवरी 2015 को डिमांड नोट का भुगतान किया गया। गत 26 दिसम्बर को गांव में पोल लगाने सहित अन्य कार्य को विभाग द्वारा पूर्ण किया गया। इसके पश्चात हमारे द्वारा जेईआर सरगवां के लाईन मैन देवकरण पटेल से कई बार सम्पर्क किया गया तो लाईन मैन ने कनेक्शन मिलने तक विद्युत तार हुकिंग कर काम चलाने की बात कही गई थी। इसके बाद से कृषक हुकिंग कर कृषि कार्य में पम्प का उपयोग कर रहे थे। 4 जनवरी को गांव में बिजलेंस की टीम पहुंची और आधा दर्जन किसानों को हुकिंग के लिये 27.27 हजार रूपये का नोटिस थमा दिया। पीडि़त किसानों ने आरोप लगाया कि गांव में अन्य कई कृषक हैं जो अवैध रूप से हुकिंग कर कृषि कार्य कर रहे हैंए जिन पर विभाग ने कोई कार्यवाही नहीं की। कृषको ने विद्युत कनेक्शन देने व उन पर लगाये गये नोटिस को वापस लेने की मांग की है।
कनेक्शन क्यों नहीं मिला दिखवाता हॅ कनष्ठि यंत्री
गांधीनगर क्षेत्र के विद्युत विभाग के कनिष्ठ यंत्री अक्षय कुमार ने इस संबंध में कहा कि दो साल पहले किसानों ने डिमांड कटाया था कि उसकी जांच की जायेगी और पता लगाया जायेगा कि उन्हें आज तक कनेक्शन क्यों नहीं मिला। जहां तक हुकिंग के लिये नोटिस का सवाल है वह तो किसानों को देने ही पड़ेेेंगे। हमारे द्वारा किस्तों में पैसे पटाने की रियायत वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर की जा सकती है।