अंबिकापुर जिले में स्वास्थ सुविधाओं को बेहतर बनाने के उद्देश्य से प्रशासन ने एंड्राईड एप्लीकेशन बनवाकर मेडिकल कालेज अस्पताल में चिकित्सको की अनुपस्थिति और मरीजो के भोजन की गुणवत्ता सुनिश्चित करने का काम शुरू किया है.. जाहिर है की लापरवाह डाक्टरों पर नकेल कसने वाला यह एप्लीकेसन काफी कारगार भी साबित हो रहा है.. शुरुआत में इस एप्लीकेशन का नाम DMAAA यानी की डिस्ट्रिक मेडिकल असस्मेंट एंड अप्रैजल एप्स रखा गया था लेकिन इस सम्बन्ध में मेडिकल कालेज अंबिकापुर में आज आयोजित एक बैठक में कलेक्टर किरण कौशल ने एप्स के नाम को बदलकर दीनदयाल मेडिकल असस्मेंट एंड अप्रैजल एप्स रखने का निर्णय लिया है..
लिहाजा राज्य की भाजपा सरकार के द्वारा जैसे कई योजनायें पंडित दीनदयाल के नाम पर संचालित की जा रही है.. वैसे ही अंबिकापुर में बनाये गए इस एप्स को भी उनका नाम देकर प्रोजेक्ट को वृहद बनाने के प्रयास किये गए है.. गौरतलब है की पूर्व में भी सरगुजा ने ऐसी योजनाओ का कियान्वयन किया हैं जिसे आज पूरा प्रदेश ही नहीं बल्की पूरा देश अपने अपने क्षेत्रो में अपना रहा है.. लिहाजा देश की सबसे बड़ी समस्या बन चुके सरकारी डाक्टरों की मनमानी पर नियंत्रण रखने वाला यह एप्स भी भविष्य में पूरे प्रदेश व देश के लिए माडल साबित हो सकता है..