अंबिकापुर
अंबिकापुर जिला प्रशासन ने अवैध तरीके से मालवाहक ट्रक में भरकर ले जा रहे बच्चे और महिलाओं को ठेकेदार के चंगुल से मुक्त कराया है…..ट्रक में महिलाओं और बच्चों के साथ पुरुष भी थे…लेकिन ज्यादातर बच्चों के होने की वजह से जिला प्रशासन को शक है कि ये मामला बाल मजदूरी से जुड़ा हुआ है……अंबिकापुर एसडीएम ने ट्रक को पकड़ते हुए सरगुजा पुलिस को मामले में कार्रवाई करने के निर्देश दिए….इसके बाद पुलिस ने ट्रक को अपने कब्जे में ले लिया और ट्रक को जब्त करते हुए ट्रक मालिक और महिलाओं बच्चों को कचरे की तरह ढोने वाले ठेकेदार पर कार्रवाई करने की बात कही है……पुलिस ने लगभग बीस बच्चों और इतनी ही महिलाओं के साथ कुल पचास से ज्यादा लोगों को ट्रक से बरामद किया है…..इन सभी को एक ठेकेदार के द्वारा इलाहाबाद से बिलासपुर ट्रक में भरकर ले जाया जा रहा था……पुलिस की मानें तो इस तरह के मामले मोटर वेहिकल एक्ट के उल्लंघन के साथ ही बाल मजदूरी से जुड़े हुए हैं…….पुलिस ने इस मामले में बच्चों के होने की वजह से महिला बाल विकास विभाग को भी कार्रवाई मे ंशामिल किया है और महिलाओं और बच्चों को विभाग के सुपुर्द कर दिया गया है…….पुलिस का कहना है कि वो इस बात का पता लगा रही है कि इन महिलाओ और बच्चों को ट्रक में भरकर क्यूं ले जाया जा रहा था और इनसे किस तरह का काम लिया जाना था….पुलिस ने ट्रक को जब्त करते हुए ट्रक मालिक को भी अंबिकापुर बुलाया है…….गौरतलब है कि जब्त ट्रक यूपी के बनारस जिले का है और इन महिलाओं और बच्चों को इलाहाबाद से बिलासपुर ले जाया जा रहा था….
आशुतोष सिंह, सीएसपी, अंबिकापुर……
मालवाहक ट्रक मे इंसानो की ट्रांसपोर्टिंग गैरकानूनी है,, जिसके लिए सबसे पहले ट्रांसपोर्ट संचालक के खिलाफ मोटरविकल एक्ट के तहत कार्यवाही की जा रही है। इसके बाद ये पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि इनको मजदूरी के लिए दूसरे राज्य ले जाने वाले कौन लोग है। और अगर इन लोगो को ले जाने वालो के पास प्लेसमेंट करने का रिजस्ट्रेशन नही होगा तो कुछ और धाराओ के तहत कार्यवाही की जाएगी। फिलहाल मोटरविकल एक्ट की कार्यवाही के बाद ट्रक में मिले बच्चो और महिलाओ को महिला एंव बाल विकास विभाग के सुपुर्द कर दिया गया है, और विभाग पता लगाएगा कि ये कौन लोग है और क्या करने बिलासपुर से इलाहाबाद गए थे।