अम्बिकापुर
सरगुजा जिला पंचायत में आज सामान्य सभा की बैठक आयोजित की गई… बैठक में जिला पंचायत अध्यक्ष फुलेश्वरी पैकरा नें विभिन्न विभागो के अधिकारियो की जमकर क्लास ली… और अधूरी जानकारी लाने के कराण दो अधिकारियो को सदन से बाहर भी निकाल दिया… इधर जिला पंचायत के विपक्षी नेताओ की माने तो केवल अधिकारियो को बोलने से काम नही चलेगा.. बल्कि चर्चाओ को अमलीजामा पहनाना पडेगा।
जिले के विकास की नई योजनाए बनाने और विकास की चल रही योजनाओ की समीक्षा के लिए आयोजित होने वाली सामान्य सभा की बैठक आज,,, अम्बिकापुर के जिला पंचायत सभाकक्ष में काफी गहमा के बीच आयोजित की गई… बैठक में शिक्षा, पीएचई और महिलाबाल विकास विभाग की योजनाओ पर चर्चा हुई… इधर मुख्यत स्कूलो और गांवो तक पंहुचाए जाने वाली नलजल योजना में हो रही लेटलतीफी को लेकर जिला पंचायत अध्यक्ष फुलेश्वरी पैकरा नें पीएचई विभाग के अधिकारियो की जमकर क्लास ली… साथ ही अधूरी जानकारी लाने के कारण नाराज अध्यक्ष नें पीडब्लूडी और विद्युत विभाग के अधिकारियो को सदन से भी निकाल दिया… मीडिया से बात करते हुए जिला पंचायत अध्यक्ष नें माना कि सत्ता में रहते हुए भी अधिकारी अपनी मनमानी कर रहे है..जिस कारण अब कोई कठोर कदम उठाना पडेगा।
चल रहे निर्माण कार्यो को जल्द पूरा करने , गणवेश वितरण , नलजल योजना को जल्द अमलीजामा पहनाना और आंगनबाडी में पोषक आहार का मुद्दा आज सभा में आज गरमाया रहा.. और अधिकारियो की जनप्रतिनिधियो के गुस्से का शिकार भी होना पडा,, लेकिन इससे उलट जिला पंचायत में विपक्ष के सदस्य राकेश गुप्ता नें जिला पंचायत अध्यक्ष के गुस्से का जवाब देते हुए कहा कि अधिकारियो को सुनाने से अच्छा खुद जमीनी हकीकत जानने का प्रयास किया जाए तो बेहतर होगा। साथ ही उन्होने आरोप लगाया कि चुनाव के बाद 6 महीने बीत गए ,, लेकिन कोई भी काम सतह पर नजर नही आ रहा है..
कुल मिलाकर जिला पंचायत के सामान्य सभा की बैठक आज मनमानी और शासकीय योजनाओ को मजाक समझने वाले अधिकारियो के लिहाज से ठीक नही रही… बहरहाल सामान्य सभा की बैठक में आज ये तो साफ हो गया कि सरगुजा की लालफीताशाही जनप्रतिनिधियो पर पूरी तरह से हावी है…. तभी तो चुने हुए जनप्रतिनिधियो को विकास कार्य करवाने के लिए अधिकारियो को फटकार लगानी पड रही है.. जबकि वो अधिकारियो का नैतिक और सैद्दांतिक कर्तव्य है…..