गरियाबंद.. कहने को तो सरकार गरीबो के उत्थान के लिए कई योजनाएं बनाती है.वही खुद सूबे के मुखिया सरकारी योजनाओं को अंतिम पंक्ति तक के लोगो तक पहुँचाने की सख्त हिदायत देते हुए दिख जाया करते है..बावजूद इसके आगे पाठ पीछे सपाट का क्रम जारी है..जिसके चलते एक बेबस और लाचार वृद्धा को अपने हक के लिए उन्ही जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ लेने सीधे देश के प्रधानमंत्री को खत लिखना पड़े तो उसे आप क्या कहेंगे?..
दरसल देश मे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रधानमंत्री आवास योजना संचालित है..इस योजना के तहत गरीब आवासहीन गरीबो को पक्के मकान दिए जाने का प्रावधान है..पर अब यह योजना भी करप्शन के दायरे में है..जिसके चलते आज एक मजबूर गरीब वृध्द देश के प्रधानमंत्री से ही घर की मांग कर रही है..
बता दे की जिले के फिंगेश्वर विकासखण्ड के ग्राम कौंदकेरा की 83 वर्षीया वृद्धा डेरहिन बाई साहू ने प्रधानमंत्री को खत लिखा है..और उस खत में डेरहिन बाई ने लिखा है उसे ना तो वृद्धा पेंशन मिलती है..और ना ही उसे प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ मिला है..जबकि वह इन दोनों योजनाओं की हितग्राहियों में से एक है..और उसे इन योजनाओं का लाभ नही मिलेगा तो वह भाजपा को वोट नही देगी..
वही डेरहिन बाई के मुताबिक वह अपने हक के लिए ग्राम पंचायत से लेकर कलेक्टर तक को आवेदन कर चुकी है..बावजूद इसके उसके उन आवेदनों को प्रशासन ने देखा तक नही…