सूरजपुर किसी भी पद पर नियुक्ति के पीछे एक मक़सद और नियम कानून होता है,, लेकिन सूरजपुर जिले एक शासकीय महाविद्यालय मे नियमों को ताक मे रखकर नियुक्ति का मामला सामने आया है, ये नियुक्ति शासकीय महाविद्यालय डुमरिया के जनभागीदारी समिति मे कलेक्टर सूरजपुर के आदेश और जिले के प्रभारी मंत्री के निर्देश मे हुई है,,,
दरअसल जिले के डुमरिया शासकीय महाविद्यालय के जनभागीदारी समिति के अध्यक्ष पद मे विजय तिवारी की नियुक्ति की गई है, जिले के अनरोखा निवासी विजय तिवारी भाजपा के जिला उपाध्यक्ष है ,और गृहमंत्री रामसेवक पैकरा के के काफी करीबी माने जाते हैं,,
दरअसल किसी भी संसथान के जनभागिदारी समिति का अध्यक्ष जनता के द्वारा चुना गया जनप्रतिनिधि होना चाहिए, लेकिन विजय तिवारी किसी भी प्रत्यक्ष चुनाव के जरिए जनप्रतिनिधि नही बने है, लिहाजा नियम के मुताबिक उनकी ये नियुक्ति नियमों का विपरीत की गई है! लेकिन कहते है कि “सईंया भये कोतवाल तो डर काहे का”
जनभागीदारी समिति का काम
किसी भी शैक्षणिक संस्थान मे छात्रों के माध्यम से जमा की गई राशि से संस्था मे विकास का काम करना ,इसके अलावा शाला विकास के लिए आने वाले फंड के लिए समिति के अन्य सदस्यों की सहमति से विकास कार्य मे खर्च करना!