अम्बिकापुर
सरगुजा जिले के बतौली विकासखण्ड के बांसाझाल ग्राम पंचायत में पहाड़ी पर बसा है कदमहुवा ग्राम। बतौली विकासखण्ड से महज 10-12 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है यह गांव, किन्तु बांसाझाल से कदमहुवा के लिए सड़क नहीं होने के कारण जषपुर जिले के गायबुड़ा ग्राम से होकर जाने वाली पगडंडी से लगभग 10 किलोमीटर दूर पहाड़ी पर स्थित है कदमहुवा। गांव तक जाने के लिए वर्तमान में कोई सड़क नहीं है। बाॅक्साईट खनिज के छोटे-बड़े ढेले जंगल और मैदानों में यत्र-तत्र बिखरे पड़े हैं। गांव के प्राकृतिक विषम स्थलाकृतियों के कारण वहां तक पहुॅचने में दिक्कत होती है। आधुनिक माॅडल की गाडि़यों के बावजूद जिला प्रषासन की टीम को भी गांव तक पहुॅचने दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
कलेकटर श्रीमती ऋतु सैन द्वारा जिले के दूरस्थ ग्रामीण अंचल में स्थित ग्रामों के विकास की प्रतिबद्धता को दृष्टिगत रखकर शनिवार को जिलाधिकारी कदमहुवा ग्राम पहुॅचे। ग्राम की आंगनबाड़ी किराए के मकान में लग रही थी। गांव में लोग इतना बड़ा मकान भी नहीं बनाते कि किराए के लिए बड़ा घर उपलब्ध हो सके, किन्तु विकल्प के तौर पर किराए के मकान में भी आंगनबाड़ी संचालित हो रही है। इसी बात को दृष्टिगत रखकर विभागीय मद से 4 लाख 50 हजार रूपए की राषि की लागत से बनाये जाने वाले भवन निर्माण की स्वीकृति प्रदान की गई। बारिष के समय पानी टपकने से पोषक खाद्यानों की सुरक्षा के लिए अतिरिक्त जतन करना पड़ता था। भवन का भूमिपूजन कदमहुवापारा में स्थानीय विधायक श्री अमरजीत भगत, जिला पंचायत सरगुजा के उपाध्यक्ष श्री प्रभात खलखो, बतौली जनपद अध्यक्ष श्रीमती राजमणि, उपाध्यक्ष श्रीमती राजकुमारी, जिला पंचायत सदस्य मुन्ना कुमार टोप्पो सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि तथा महिला एवं बाल विकास के कार्यक्रम अधिकारी श्री चंद्रबेष सिसोदिया एवं विभागीय कर्मचारियांे उपस्थिति मंे सम्पन्न हुआ।