कंप्यूटर इंस्टीट्यूट का संचालक फरार.. छात्रो का भविष्य और रकम अधर में

  • छात्रो से पैसे लिए और हो गया फरार

  • कम्प्यूटर शिक्षा के नाम पर खोला था इंस्टीट्यूट

अम्बिकापुर

सरगुजा जैसे आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र में कुकुरमुत्ते की तरह फैले कई कम्प्यूटर इन्टीट्यूट सिर्फ छात्रो के जीवन से खिलवाड कर रहे है। कम्प्यूटर शिक्षा के नाम पर छात्रो से पैसे तो जमा करा लिये जाते है परन्तु ना तो कभी परीक्षा होती है और ना ही उन्हें कोई प्रमाण पत्र ही दिया जाता है। इसका दर्द सिर्फ वह समझ सकता है जो इस प्रकार के महंगे इन्टीट्यूट में पढाई करने कर्ज लेकर फीस जमा करता हो और उसे साल बर्बाद होने के बाद सिर्फ धोखा मिलता हो । कुछ ऐसा ही एक मामला आज कोतवाली में देखने को मिला । कम्प्यूटर इस्टीट्यूट द्वारा ठकी का शिकार एक छात्र मे उसके संचालक के विरूद्ध कडी कार्यवाई करने की मांग की। कोतवाली पुलिस के अनुसार उक्त कम्प्यूटर इंस्टीट्यूट के विरूद्ध यह पहला मामला नही है । पूर्व में भी हुई छात्रो की शिकायत पर पुलिस ने छात्रों की रकम वापस दिलवाई थी।
नगर के मोमिनपुरा फर्राडांड़ निवासी सराफत पिता नसीरूद्दीन 26 वर्ष ने पुलिस को बताया कि वह 2013 में जोड़ापील स्थित आईसीई कम्प्यूटर सेंटर में एडमिशन लिय था । कम्प्यूटर शिक्षा के नाम पर उसके संचालक धनंजय ने उससे 15 हजार रूपये लिए थे। इसी प्रकार कई अन्य छात्रों से भी रकम की वसूली का काम किया गया था । यही नहीं इसकी पूरी रसीद छात्रों को दी गई थी।साल भर विभिन्न कोर्स डी.सी.ए., पी.जी.डी.सी.ए. , एम.सीए. , एम.बीए, एम.एस.डब्लू , डी.सी.पीए , की पढाई कर जब छात्रो ने परीक्षा के बारे में पूछा तो संचालक आनाकानी करने लगा । अंत में बिना परीक्षा व प्रमाण दिए अपने अपने इंस्टीट्यूट में ताला लगा दिया । अपना पूरा साल खराब होने व पैसे भी संचालक द्वारा वापस नहीं करने पर सराफत जब संचालक के घर गया तो उसे संचालन ने जान से मारने की धमकी दी । कई बार पैसे मांगने पर जब संचालक टालमटोल करता रहा तो आज छात्र ने इसकी शिकायत कोतवाली पुलिस से की है। कोतवाली पुलिस ने बताया कि कुछ छात्रों द्वारा ऐसी ही शिकायत पूर्व में भी उक्त कम्प्यूटर इंस्टीट्यूट के बारे में सामने आई थी । जिसमें संचालक से छात्रों के पैसे वापस कराये गए थे ।

शिक्षा के नाम पर गोरखधंधा
शहर मेे ऐसे कई कम्प्यूटर इंस्टीट्यूट व कोचिंग क्लासेस चल रहा है जहां विभिन्न कोर्स व प्रतियोगी परीक्षाओ के नाम पर मोटी रकम वसूल ली जा रही है। ना तो इन कम्प्यूटर इंस्टीट्यूट का कोई पंजीयन रहता है और ना तो प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे एस.एस.सी आईएस आईपीएस पढ़ाने वाले कोचिंग क्लासेस में कोई अनुभवी शिक्षक । दिल्ली व इलाहाबाद से अनुभवी शिक्षको को बुलाने का नाम फैलाकर कोचिंग क्लासेस संस्थाएं भोले – भाले छात्रों से मोंटी रकम वसूलती है। शिक्षा के नाम पर शहर के अंदर ही नहीं बल्कि जिले के अन्य हिस्से में भी छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने का यह गोरखधंधा चल रहा है।
जांच कराई जायेगी
एसडीएम नान साय भगत ने कहा कि मैं इसके बारे में कोतवाली से जानकारी लेता हूं । जोड़ापीपल में संचालित कम्प्यूटर संस्था के बारे में जांच कराई जायेगी ।