बलरामपुर (कृष्णमोहन कुमार) प्रजातांत्रिक देश भारत मे महामहिम राष्ट्रपति पद के निर्वाचन हुए लगभग 2 माह बीत चुके है,और रामनाथ कोविंद देश के नए राष्ट्रपति चुन लिए गए,यही नही उन्होंने शपथ ग्रहण करने के बाद पदभार भी ग्रहण कर लिया है,लेकिन जिले के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले स्कूली छात्र छात्राओं को आज तक यह पता नही है कि देश के महामहिम राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद है,बल्कि उनके सामान्य ज्ञान के हिसाब से देश के राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी है,और यह सब हुआ है जिले के शिक्षा विभाग की लापरवाही से ,राष्ट्रपति चुनाव हुए 2 महीने से अधिक का समय बीत चुका है,लेकिन सरकारी स्कूलों में नए राष्ट्रपति का छायाचित्र अबतक नही लगाया गया है,जो समझ से परे है।
राष्ट्रपति तो बदले ,लेकिन स्कूलों में फ़ोटो नही बदले गए,
दरसल राष्ट्रपति चुनाव के ठीक पहले नए शिक्षण सत्र में जिले के सरकारी स्कूलों में तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी,प्रधानमंत्री नरेंद्र दामोदर दास मोदी,राज्यपाल बी डी टन्डन ,की तस्वीरे लगवाने के लिए भेजा गया था,तथा सरकारी स्कूलों में पदस्थ शिक्षको ने इन तस्वीरों को स्कूलों की दीवारों पर प्रदर्शित भी करवाया था,लेकिन एन वक्त पर राष्ट्रपति पद का चुनाव हो गया और देश मे नए राष्ट्रपति के रूप में रामनाथ कोविंद ने अपना कार्यभार सम्हाल लिया,बावजूद इसके शिक्षा विभाग ने सरकारी स्कूलों में नए राष्ट्रपति की तस्वीरे भेजना उचित नही समझा और यही वजह है कि इन सरकारी स्कूलों में अध्ययनरत विद्यार्थियों के सामान्य ज्ञान में इजाफा नही हो पाया।
सब काम चलाऊ,सरकार है,
विदित हो कि जुलाई और अगस्त माह में अब्दुल कलाम शिक्षा गुणवत्ता अभियान चलाया गया था,और जिले में पदस्थ जिला प्रशासन के तमाम अधिकारी सरकारी स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता को परखने पहुचे थे,लेकिन इन अधिकारियों की नादानी कहे या फिर अनदेखी की इन्होंने सरकारी स्कूलों के दीवारों की शोभा बढ़ा रहे राष्ट्रपति ,प्रधानमंत्री, राज्यपाल की तस्वीरों को देखकर अपनी प्रतिक्रिया नही दी।