फ़टाफ़ट डेस्क..(कृष्णमोहन कुमार)…बस्तर में कल हुई मूसलाधार बारिश लोगो के लिए परेशानी का सबब बन गया..एक ओर जहाँ नदी नालों का जलस्तर लगातार बढ़ रहा था..तो वही दूसरी ओर रिहायशी इलाकों में जलभराव की समस्या ने मानसून पूर्व प्रशासन द्वारा किये गए तैयारियों के दावों की पोल खोल कर दी..वही धुर नक्सल प्रभावित सुकमा जिलामुख्यलय में जलभराव की स्थिति को देखते हुए खुद कलेक्टर चंदन कुमार ने मोर्चा सम्हाला.. और प्राथमिकता के तौर पर उन्होंने स्वास्थ्य सुविधाओं का जायजा लिया..तथा अस्थाई अस्पताल में अस्थाई ओपीडी संचालित करने के निर्देश सीएमएचओ को दिए थे..जिसके बाद 3 संस्थागत प्रसव सफलता पूर्वक कराए गए..
दरअसल कल मूसलाधार बारिश से जिले में लोगो का जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया था..शबरी नदी और झपरा नदी का जल स्तर बढ़ने से जिले का सम्पर्क ओड़िशा और तेलंगाना से कट गया था.. इतना ही नही मुख्यालय सुकमा में जलभराव होने से लोगो को आवाजाही में दिक्कत होने लगी थी..कलेक्टोरेट में पदस्थ कर्मचारियों को नाव के सहारे कलेक्टोरेट पहुँचाया गया था..
वही आफत की बारिश पर कलेक्टर चंदन कुमार, एसपी सलभ सिन्हा समेत प्रशासनिक महकमे ने नियंत्रण बनाये रखा था..और प्राथमिकता के तौर पर कलेक्टर के निर्देश पर पुराने अस्पताल भवन में अस्थाई ओपीडी शुरू करने के निर्देश कलेक्टर ने दिए थे..जिसके स्वास्थ्य महकमे ने बारिश के दौरान आ रहे मरीजो का अस्थायी अस्पताल में इलाज शुरू कर दिया था..यही नही बीती रात 3 ग्रामीण गर्भवती महिलाओं को प्रसव पीड़ा उपरांत अस्थाई अस्पताल लाया गया था..और रात में ही डॉक्टरों की टीम ने इन तीनो महिलाओं का संस्थागत प्रसव कराया!..