बलरामपुर (कृष्ण मोहन कुमार) समूचे प्रदेश समेत बलरामपुर जिले में भी भूमि अधिग्रहण बिल 1959 का पुरजोर विरोध हो रहा है,और छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र में पारित उक्त भूमि अधिग्रहण बिल को वापस लेने की मांग करते हुए आदिवासी समुदाय के लोग आक्रोशित है। बलरामपुर जिले में कल छत्तीसगढ़ सर्व आदिवासी समाज के बैनर तले जिले के 6 विकासखण्डों में भी राज्य के महामहिम राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौपे गए।
बलरामपुर मुख्यालय में छत्तीसगढ़ सर्व आदिवासी समाज के जिलाध्यक्ष बसन्त कुजूर की अगुवाई में आदिवासी समाज के युवक युवतियों ने भूमि अधिग्रहण बिल के विरोध में जमकर हल्ला बोला, यही नही छत्तीसगढ़ सर्व आदिवासी समाज की ओर से कलेक्टोरेट पहुँच कर महामहिम राज्यपाल के नाम अपर कलेक्टर एमएल धृतलहरे को ज्ञापन सौंपा गया।
बिल वापस ले सरकार,नही तो होगा आंदोलन-बसन्त
छत्तीसगढ़ सर्व आदिवासी समाज के जिलाध्यक्ष बसन्त कुजूर ने प्रदेश सरकार पर भूमि अधिग्रहण बिल पास कर आदिवासियों के अधिकारों का हनन करने का आरोप लगाया है,उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ आदिवासी बाहुल्य प्रदेश है,और यहाँ भूमि अधिग्रहण बिल के जरिये सरकार आदिवासियों को उनके अधिकारों से वंचित करना चाह रही,यही नही उन्होंने कहा कि भूमि अधिग्रहण बिल वापस नही लिए जाने पर छत्तीसगढ़ सर्व आदिवासी समाज सड़क की लड़ाई लड़ने को तैयार है।