अम्बिकापुर…सरगुजा जिले के सीतापुर थाना क्षेत्र के ग्राम भुसु परसा निवासी की सर्पदंश से मौत हो गई है. मृतक को जहरीले सांप ने तब काटा जब वो रात को अपने बिस्तर पर सो रहा था..हालाकि परिजनों की मुस्तैदी के कारण पहले तो घायल को अस्पताल ले जाया गया. लेकिन फिर झाड फूंक के चक्कर मे सर्पदंश से घायल व्यक्ति ने दम तोड दिया. जिसकी पुष्टि खुद इलाज करने वाले डाक्टर ने की है.
जानकारी के मुताबिक सरगुजा जिले के सीतापुर के भूसू गांव मे रहने वाले बलीनाथ चौहान को जहरीले डंडा करैत सांप ने उस वक्त काटा जब एक दिन पहले रात वो अपने बिस्तर पर सो रहा था.. जिसके बाद आनन -फानन में परिजनों ने साँप को पकड़ लिया और मृतक बलीनाथ को तत्काल सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सीतापुर अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहाँ तैनात डाक्टर ने उसका ईलाज किया .
वहीं ईलाज के दौरान परिजनों ने झाड़ फूक जैसे अंधविश्वास के फार्मूले पर विश्वास करते हुए.. सर्पदंश से घायल बलीनाथ की सीतापुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अस्पताल से छुट्टी कराया और उसे झाड़ फूँक से ठीक कराने के लिए ले गए. लेकिन इलाज छोड कर झाडफूंक के चक्कर मे फंसे परिजनो की वजह से सर्पदंश के शिकार बलीनाथ चौहान ने दम तोड दिया.
झाड़ फूंक ने ली जान!..
खण्ड चिकित्सा अधिकारी सीतापुर ने ये माना है कि ईलाज कराने के बाद परिजनों ने झाड़फूंक कराने की कोशिश की थी. इसलिए घायल की मौत हो गई है. हालाकि अब पूरे मामले की सीतापुर पुलिस जांच कर रही है..
जहरीले सांपो का है बसेरा!..
सरगुजा जिले के सीतापुर इलाके के कई गांव जहरीले सांपों के लिए जाने जाते हैं. जिनके डसने से आए दिन लोगो की मौते होती रहती है. बहरहाल सांप के काटने के बाद झाडफूंक मे फंसकर मौत का ये कोई पहला मामला नही है. इससे, पहले भी कई लोग ऐसे ही जान गवां चुके है.. पर जागरूकता की कमी के कारण लोग झाडफूंक को ही सांप के जहर की दवा समझते हैं.