विश्व रेबीज दिवस – World Rabies Day

Surguja News: 28 सितंबर को प्रत्येक वर्ष विश्व रेबीज दिवस के रूप में मनाया जाता है। वरिष्ठ पशु चिकित्सक डॉ सीके मिश्र ने बताया कि इस दिवस को मनाने का उद्देश्य लोगों में रेबीज बीमारी के प्रति जागरुक करना है कि कैसे हम इस बीमारी से बचाव कर सकते है। रेबीज वायरस जनित रोग है। जो मुख्य रूप से (99%)रेबीज से ग्रसित कुत्ते के काटने से लार के द्वारा फैलती है। विश्व में प्रतिवर्ष लगभग 60000 एवम भारत मे लगभग 20000 व्यक्तियों की मृत्यु रेबीज के काटने से होती है। जो कि विस्व का 35% है।

कुत्ते में लक्षण

1. लार गिरता रहता है।
2. मालिक की बात नही मानता है।
3. पानी नही पिता है।
4. सभी को काटने को दौड़ता है और अंत मे कुत्ते की मौत हो जाती है ।

• इस बीमारी से बचाव का एक ही तरीका है कि अधिक से अधिक संख्या में कुत्तों का टीकाकरण करवाये।
• सभी व्यक्ति को समाज को जागरूक करे ।
• यदि किसी व्यक्ति को कुत्ते ने काट लिया है तो उसका
उपचार कराएं।
• घाव को अच्छी तरह से कार्बोलिक साबुन से धो ले, और नियत समय से वैक्सीन लगवाए।

एक बार यह बीमारी मनुष्य को लग जाती है तो फिर इलाज करना संभव नहीं है, इसलिए समाज में जागरूकता बढ़ाने की जरूरत है कि यदि किसी मनुष्य को कुत्ते ने काट लिया है। टीका लगाकर 100% बचाव किया जा सकता है किंतु यदि लापरवाही की जाती है और लक्षण आ जाते है, तो उपचार संभव नही है और टीका नहीं लगाया जाता है, तो इस बीमारी के होने के बाद उपचार संभव नहीं है और व्यक्ति की मृत्यु 100% हो जाती है।

इस बीमारी को टीकाकरण करवाकर ही बचाव किया जा सकता है। सरगुजा जिले के सभी विकासखंडो के पशु चिकित्सालय में रेबीज का वैक्सीन कुत्तो में निःशुल्क रूप से लगाया जाता है।