Varanasi Ganga Water Level High, Ganga Water Level Increase, High Rain Alert : वाराणसी में गंगा का जलस्तर एक बार फिर बढ़ने लगा है। जिससे काशीवासियों की धड़कने बढ़ गई हैं। केंद्रीय जल आयोग की ओर से प्राप्त जानकारी के अनुसार, आज सुबह से गंगा का जलस्तर 1 सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रहा है।
वर्तमान में गंगा का जलस्तर 66.8 मीटर पर पहुँच चुका है, जो खतरे के निशान से 5 मीटर नीचे है। हालांकि यह वृद्धि भी स्थानीय निवासियों और प्रशासन के लिए चिंता का विषय बन गई है।
घाटों का संपर्क टूटा, जलस्तर में लगातार वृद्धि
गंगा के जलस्तर में इस वृद्धि के कारण वाराणसी में सभी घाटों का संपर्क टूट गया है। पानी के बढ़ते स्तर के कारण घाटों पर आने-जाने का रास्ता बंद हो गया है। श्रद्धालु और पर्यटक जिनके लिए गंगा के घाट विशेष महत्व रखते हैं, उन्हें अब यहाँ पहुंचने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। स्थानीय प्रशासन ने घाटों की सुरक्षा के लिए एहतियाती कदम उठाने शुरू कर दिए हैं और जलस्तर की निगरानी लगातार की जा रही है।
काशीवासियों की बढ़ी चिंता
गंगा के जलस्तर में एक बार फिर वृद्धि होने के साथ ही काशीवासियों की चिंता बढ़ गई है। बीते दिनों में लगातार घट रहे जलस्तर ने थोड़ी राहत दी थी, लेकिन अब फिर से जलस्तर में हो रही बढ़ोतरी ने लोगों के मन में चिंता की लहर दौड़ा दी है। स्थानीय निवासी और व्यापारी गंगा के जलस्तर में इस वृद्धि को लेकर आशंकित हैं। इससे उनकी रोजमर्रा की जिंदगी पर प्रभाव पड़ सकता है।
आने वाले समय में जलस्तर में तेजी से बढ़ोतरी की संभावना
केंद्रीय जल आयोग ने भविष्यवाणी की है कि आने वाले दिनों में गंगा के जलस्तर में तेजी से वृद्धि हो सकती है। मौसम विभाग और जल आयोग के मुताबिक, बारिश और जलवायु परिवर्तन के कारण गंगा के जलस्तर में और भी वृद्धि होने की संभावना जताई गई है। यह स्थिति न केवल स्थानीय निवासियों के लिए चिंता का विषय है। बल्कि इसके साथ ही प्रशासन के लिए भी एक चुनौती है, जो राहत और बचाव कार्यों की योजना को तैयार कर रहे हैं।
बीते दिनों में घटा था जलस्तर
गंगा के जलस्तर में हाल ही में लगातार कमी देखने को मिली थी, जिसने कुछ हद तक राहत की सांस दी थी। इसके बावजूद, अब फिर से जलस्तर में वृद्धि ने चिंताओं को बढ़ा दिया है। स्थानीय प्रशासन ने जलस्तर की लगातार निगरानी और बचाव उपायों को तेज कर दिया है, ताकि किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटा जा सके और जनता की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
उपाय और प्रशासन की तैयारी
प्रशासन ने जलस्तर की बढ़ती स्थिति को देखते हुए राहत और बचाव कार्यों की योजना को सक्रिय कर दिया है। विशेष रूप से उन क्षेत्रों में जहाँ जलस्तर अधिक बढ़ रहा है। वहां पर त्वरित सहायता प्रदान करने के लिए टीमों को तैनात किया गया है। स्थानीय लोगों से भी अपील की गई है कि वे सतर्क रहें और बाढ़ जैसी स्थितियों से बचने के लिए प्रशासन द्वारा जारी निर्देशों का पालन करें।