जांजगीर चांपा । समाज में यह एक आम धारणा है कि पुरूष घरेलू हिंसा का शिकार नहीं हो सकता। घरेलू हिंसा सिर्फ महिलाओं के साथ होती है लेकिन आंकड़े इस बात की तस्दीक करते हैं कि पुरूष भी घरेलू हिंसा के शिकार होते है। बता दें ग्रीन वर्ल्ड सोसाइटी एनजीओ पिछले 16 वर्षो से घरेलू हिंसा के शिकार पतियों व महिलाओं द्वारा झूठे केसो में फंसाये गए पुरूषों की सहायता कर रही है। जिनके द्वारा अबतक हजारों पुरूषों को न्याय दिलाया गया है। सोसाइटी प्रतिवर्ष जाज्वल्य लोक महोत्सव एवं एग्रीटेक कृषि मेला जांजगीर में पुरूष सहायता केन्द्र का स्टॉल लगाती है। इस वर्ष भी पुरूष सहायता केन्द्र का स्टॉल लगाया गया है। जिसके शुभारंभ अवसर पर पामगढ़ विधायक शेषराज हरवंश पहुंची हुई थी।
इस अवसर पर ग्रीन वर्ल्ड सोसाइटी संस्था प्रमुख एडवोकेट अभिषेक दुबे ने बताया कि आजकल बढ़ रहे आत्महत्याओं के मामलों के लिए पारिवारिक तनाव ही महत्वपूर्ण तत्व और कारण है। अनेको घटनाओं के विश्लेषण के बाद हमारी संस्था की राय है कि तनाव जो आत्महत्या के कारण है उन्हें कम करने में हम सब मिलकर उन सब की मदद कर सकते है जो आत्महत्या की ओर कदम बढ़ाने वाले है। 2014 में किए गए एक सर्वे के अनुसार पूरे भारत में प्रतिवर्ष 63000 लोग आत्महत्या करते है झूठे प्रकरणों के कारण अर्थात प्रत्येक 8.3 मिनट में एक आदमी आत्महत्या करता है। सर्वे के अनुसार अकेले मध्यप्रदेश व छत्तीसगढ़ में 29.86 प्रतिशत घरेलू हिंसा तथा महिला प्रताड़ना का प्रकरण दर्ज होता है। समय-समय पर भारतीय सर्वोच्च न्यायालय और उच्च न्यायालयों द्वारा भी इस बात को उठाया जाता रहा है और इस पर निर्णय भी दिया जाता है कि महिलाओं द्वारा पुरूषों के प्रति इन सब धाराओं का दुरूपयोग किया जा रहा है। हम लोगों ने ऐसे असहाय लोगों की मदद के लिए यह मंच बनाया है। हमारी संस्था द्वारा अबतक 15-16 हजार लोगों की काउंसलिंग की गई है। झूठे केसों में फंसाए गए डेढ़ से दो हजार पुरूषों का केस भी निशुल्क लड़ा गया है। हमारी संस्था द्वारा निशुल्क विधिक परामर्श, अधिवक्ताओं द्वारा आपसी राजीनामा प्रयास, डॉक्टरों एवं मनोचिकित्सक की सहायता से आपकी समस्याओं को सुलझाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।