जांजगीर-चांपा। जांजगीर कोतवाली पर फिर एक बार आरोपीयों से लेनदेन कर छोड़ने का आरोप लग रहा है। लेकिन कोतवाली पुलिस कह रही की जो लड़को को पकड़ कर लाया गया था वे आरोपीे नही थे, इसलिए उन्हे छोड़ दिया गया। अब इस बात में कितनी सच्चाई है यह जांच का विषय हैं। आप को बता दे कि पूरा मामला क्या हैं..जांजगीर के पूराना हास्पिटल परिषर पर वैक्सीन सेंटर के खिड़की को किसी अज्ञात लोगो द्वारा 28 जनवरी की रात पत्थर से मार कर तोड़ फोड़ किया था। आवाज सुन कर वहां डयूटी कर रहे सुरक्षाकर्मी ने उन बदमासो को दौड़ाया लेकिन बदमास वहां से भागने में कामयाब हो गये। लेकिन बदमासों के वाहन का नंबर और 4-5 लोगो का विडियो वहां लगे सीसीटीवी कैमरा मे कैद हो गया। घटना के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने घटना की शिकायत कोतवाली में दर्ज कराई थीं।
कोतवाली पुलिस मौके पर आकर पुछताछ कर घटना की जांच कर रही थी। वही सीसीटीवी फुटेज के आधार पर बदमासो की जानकारी होने पर उन्हे पकड़कर थाने लाया गया था। बताया जा रहा कि बाद में लेनदेन कर उन्हे छोड़ दिया गया। लेकिन पुलिस के अनुसार जिन तीन लोगो को पकड़कर लाया गया था उनसे पता चला कि वे घटना मे शामिल नही थे जिसके कारण उन्हे छोड़ दिया गया..और जो आरोप लग रहे है वह गलत हैं। लेकिन इस मामले मे जो चर्चा हो रही है कि वैक्सीन सेंटर पर तोड़फोड़ किये थे वही तीन लोगो को पुलिस पकड़ कर लाई थी । लेेकिन उन्हे लेनेदेन का छोड़ दिया गया। अब इस पूरे मामले मे सच्चाई क्या है.. वह जांच का विषय हैं।