जांजगीर-चांपा। जिले में भ्रष्टाचार इस हद तक है अधिकारियों का भी डर नहीं है। जिले के टोपीबाज़ खेल अधिकारी अतिथियों को ही टोपी पहनाते नजर आए आ रहे हैं। मतलब पैसे बचाने की चक्कर में पुराने वर्ष की टोपी को राज्यस्तरीय खेल प्रतियोगिता में अतिथियों को ही पहना दिया।
राज्य शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता की शुभारंभ अवसर पर अतिथियों को आयोजकों द्वारा एक-एक टोपी प्रदान की गई। अतिथियों को मिली टोपी में स्टीकर लगा हुआ था। कुछ अतिथियों ने जब स्टीकर हटाकर देखा तो 4 वर्ष पूर्व हुए राज्य स्तरीय आयोजन का । उल्लेख मिला। इस संबंध में अतिथियों के बीच मौजूद जिला प्रशासन की इसकी सूचना दी गई। बताया जा रहा है कि खिलाड़ियों व अतिथियों के लिए टोपी बाटने विशेष फंड का प्रावधान रहता है और खेल आयोजनों में सैकड़ों की तादात में टोपियां बांटी जाती है, लेकिन यहां महज दो दर्जन ही टोपियां बांटी गई वह भी 4 साल पुरानी थी। इसको लेकर दर्शक दीर्घा में आयोजकों को लेकर जमकर कानाफूसी होती रही। जिले के खेल अधिकारी अपने हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं। कई बार इनकी खूब किरकिरी भी हो चुकी है, लेकिन बेशर्मी की हद होने के बावजूद भी सुधरने का नाम नहीं लेते हैं। चाटुकारता उनके जेहन में है जो उन्हें सुधरने नहीं देते।