यह एक काफी चौंकाने वाली खबर है और इसको पढ़कर चौंकना लाजमी है, क्योंकि ताजमहल हमारे देश की पहचान है, उसकी शान है। यदि ताज महल को गिराने की बात हो तो वह चौंकाने वाली तो होगी ही पर हम आपको बता दें कि सरकार ने इसको लेकर अपना फरमान जारी कर दिया है और ताजमहल को गिराने की तारीख 30 सितंबर घोषित कर दी है। ताजमहल को गिराने के फैसले में यह बताया गया है कि इसको बनवाने में नियमों की अनदेखी की गई है और इसलिए इसका निर्माण अवैध है।
यहां हम आपको यह बता दें कि हम आगरा वाले ताजमहल की बात नहीं कर रहें हैं बल्कि हम यहां बात कर रहें हैं आस्ट्रेलिया के पर्थ शहर के ताजमहल की। जानकारी के लिए हम आपको यह बता दें कि आस्ट्रेलिया के पर्थ में स्थित यह ताजमहल वहां के कारोबारी पंकज ओसवाल बनवा रहें हैं और वर्तमान में यह निर्माणाधीन ही है पर सरकार ने इसको बनाने में नियमों की अनदेखी का आरोप लगाया है और इसको देखते ही पंकज ओसवाल पर जुर्माना लगा दिया गया पर पंकज अभी तक जुर्माने की रकम अदा नहीं कर सकें इसलिए सरकार ने इस ताजमहल को गिराने के लिए आदेश दे दिए हैं। पंकज के इस ताजमहल में करीब 7 करोड़ डॉलर का खर्च आएगा। यहां हम आपको यह भी बता दें कि पंकज ओसवाल का आस्ट्रेलिया में फर्टिलाइजर का कारोबार था और उनकी कंपनी का नाम “बुरप फर्टिलाइजर” था एक समय वह भी था जब पंकज का कारोबार करीब 6 हजार करोड़ रूपए का था और वे आस्ट्रेलिया के सबसे धनी लोगों में शुमार थे। 2010 में फर्टिलाइजर का व्यापार ख़त्म होने के बाद में ओसवाल दुबई चले गए थे। ओसवाल बताते हैं कि उन्होंने सन 2000 में 6600 वर्ग मीटर जमीन 2.5 करोड़ डॉलर में खरीदी थी। स्टेट ट्रिब्यूनल में ओसवाल दंपती ने 30 सितंबर 16 तक इस ईमारत को गिराने का वादा किया था पर पिछले महीने तक इस पर कुछ नहीं किया गया इसलिए अब सरकार ने इसको गिराने के आदेश दे दिए हैं।