बतौली (फटाफट न्यूज) | प्रशांत खेमरिया
सरगुजा: बतौली ब्लॉक के कुनकुरी में स्थित मानव जीवन ज्योति नेत्रहीन विद्यालय में अध्ययनरत कक्षा सातवीं की बालिका अब ऑपरेशन के बाद सामान्य स्कूल में पढ़ सकेगी। चिरायु बतौली की टीम ने बालिका के ऑपरेशन के लिए विशेष प्रयास किए थे। बालिका अब पूरी तरह से स्वस्थ है और अगले शैक्षणिक सत्र से उसका एडमिशन सामान्य स्कूल में किया जा सकेगा।
गौरतलब है कि आशा टोप्पो बतौली के कुनकुरी में स्थित मानव जीवन ज्योति नेत्रहीन आवासीय विद्यालय में कक्षा सातवीं में अध्ययनरत थी। 2018 में चिरायु बतौली की टीम ने सर्वे के दौरान आशा को नेत्र ऑपरेशन के लिए चिन्हांकित किया था। वह बचपन से ही मोतियाबिंद की वजह से देख नहीं पा रही थी। 2018 में एक आंख का ऑपरेशन चिरायु बतौली की टीम ने कराया था। इसके बाद अगस्त 2022 के आखिरी सप्ताह में उसके दूसरी आंख का ऑपरेशन अम्बिकापुर मेडिकल कॉलेज में कराया गया। अब एक महीने तक निरीक्षण के बाद चिकित्सकीय रिपोर्ट के अनुसार वह दोनों ही आंखों से देख सकने में समर्थ हो चुकी है। नेत्रहीन विद्यालय प्रबंधन ने अब उसका एडमिशन सामान्य स्कूल में करने की तैयारी पूरी कर ली है।
लुण्ड्रा क्षेत्र के पटोरा की रहने वाली बालिका के पिता एक गरीब किसान है। परिवार वालों ने आशा के बारे में उम्मीद छोड़ दी थी और यह लगने लगा था कि वह बचपन से ही नेत्रहीन है और उसे अब नेत्रहीन विद्यालय में ही पढ़ना पड़ेगा। लेकिन चिरायु की टीम ने निरीक्षण के बाद पाया कि उसका ऑपरेशन संभव है और इसके बाद वह सामान्य लोगों की तरह देख सकेगी। चिरायु टीम द्वारा परिवार को दिए गए मनोबल की वजह से आज आशा पूरी तरह से पूरी दुनिया अपनी आंखों से देख रही है।
“आशा के आंखों का एक महीने तक पूरी तरह से निरीक्षण किया गया है। दोनों ही आंखों के ऑपरेशन के बाद वह पूरी तरह से साफ-साफ देख पा रही है। परिवार वाले भी काफी खुश है। हालांकि शुरुआती दौर में चिरायु टीम को काफी मुश्किलें आई थी लेकिन परिवार वालों की मदद से बालिका का ऑपरेशन संभव हो पाया ।अब वह पूरी तरह से स्वस्थ है।”
डॉ. अमित उपाध्याय, चिकित्सक, चिरायु टीम बतौली