जांजगीर-चांपा। जिले में यातायात विभाग इन दिनो 11 जनवरी से 17 जनवरी तक 31 वां सड़क सुरक्षा सप्ताह का आयोजन कर रहा हैं। लेकिन सुरक्षा के नाम पर सिर्फ यह एक विभागीय आयोजन तक सिमट गया है। एक ओर जहां जिले मे सड़क सुरक्षा सप्ताह को शुरूवात ही हुआ था उसी पल दूसरी ओर एन एच 49 तिलई गांव के पास सड़क हादसे मे पति, पत्नी की मौत हो गया. वही एक बच्ची गंभीर रूप से घायल हो गई। इस हादसे केे बाद यातायात विभाग द्वारा मनाये जा रहे इस आयोजन पर लोग सवाल खड़े कर रहे हैं।
विभाग द्वारा लोगो को सड़क सुरक्षा का पाढ़ पढ़ाया जा रहा है. वही दूसरी इतनी बड़ी घटना घटित हो जाता तो जरूर इस आयोजन पर सवाल खड़े होगें ही, जांजगीर चांपा जिले मे यातायात विभाग में पर्याप्त स्टाॅफ होने के बाउजुद शहर की यातायात व्यवस्था इस कदर बिगड़ी हुई है कि रोजना सड़क हादसे मे लोग अपनी जान गवां रहे है। विभाग द्वारा शहर हो या हाईवे किसी प्रकार की सुरक्षा के संसाधन दिखाई नही देते। समय-समय पर विभाग द्वारा इस प्रकार का आयोजन कर लोगो मे यातायात के प्रति जागरूकता लानेे के लिए करते रहता है।
लेकिन यातायात विभाग का जमीनी हकीकत कुछ और है। यातायात विभाग सिर्फ अपनी रेवेन्यू बढ़ाने के लिए जगह-जगह नाकेबंदी करता रहता है। जिले मे यातायात विभाग के पास लगभग 40 कर्मचारी कार्यरत होने के बाद भी जिले की यातायात व्यवस्था बदहाली मे है। यहां नाम मात्र के यातायात जवान चैक चैराहो में नजर आते है। बाकी समय कुछ चुनिंदा जगहो मे वसुली करते नजर आ जायेगें। जिसके कारण जिले मे यातायात व्यवस्था बिगड़ी हुई है।