जांजगीर-चांपा। नगर विकास के लिए मैं हमेशा लड़ता रहूंगा,जनता के लिए काम करता रहूंगा, चाहे मुझे किसी से भी जूझना पड़े, जिस जनता ने मुझे इस कुर्सी पर बैठाया है उस जनता के लिए हमेशा खड़े रह कर काम करता रहूंगा. मेरे कार्यकाल में मैने पूरी जिम्मेदारी के साथ जनता के लिए काम किया हैं .और हमेशा करते रहूंगा. शहर में बहुप्रतीक्षित कार्यों को करने का प्रयास किया है. जिसमें भीमा तालाब का सौंदर्यकरण हो या स्विमिंग पूल का निर्माण हो, शहर के रोड का चौड़ीकरण से लेकर सामाजिक भवन का निर्माण कराया हैं. यह बात जांजगीर नैला नगर पालिका के अध्यक्ष भगवान दास गड़ेवाल की हैं.
लेकिन जब से नगर पालिका जांजगीर नैला में नए सीएमओ का पदस्थापना हुआ है तब से मुख्य नगर पालिका अधिकारी और नपा अध्यक्ष के बीच तकरार शुरू हो गया है. जिसके चलते शहर का विकास कार्य रुक गया है. अध्यक्ष सहित कांग्रेस के पार्षदो ने अधिकारी पर विकास कार्यों पर रोड़ा अटकाने का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि नगर पालिका के अधिकारी विकास कार्यों में बाधा डालने का काम कर रहे हैं. हमने जिस उद्देश्य से नगर पालिका के लिए काम किया है. उसके लिए रुकावट पैदा कर रहे हैं. अध्यक्ष और नगर पालिका अधिकारी के बीच आपसी मनमुटाव देखने को मिल रहा है. अधिकारी अध्यक्ष की बात नहीं सुन रहे हैं. अपने मनमानी करने में उतारू हो गए है. न किसी जनप्रतिनिधियों की बात सुन रहे हैं, न हीं किसी का काम कर रहे है. अपनी मनमानी से ही काम कर रहे हैं. कई पार्षदों एवं अध्यक्ष के कई एजेंडे थे जिस पर नगर पालिका अधिकारी ने आपत्ति जताई है.
जिसको लेकर अब अधिकारी एवं नगर पालिका के जनप्रतिनिधियों के बीच विवाद बड़ गया है. जिसके चलते अब शहर के विकास कार्यों में रुकावट दिखाई दे रहा है. अधिकारी किसी का बात सुनने को तैयार नहीं हैं.शहर की जनता नगर पालिका कार्यालय अपने समस्याओं को लेकर पहुंच रहे है लेकिन उनकी समस्या दूर होने का नाम नहीं ले रहा है. अब जनता की समस्या के बीच अधिकारी एवं जनप्रतिनिधियों का मतभेद सामने आ गया है. जब दोनों के बीच आपसी तालमेल बनेगी तभी शहर में विकास कार्य हो पाएगा. हालांकि अब नगर निकाय के चुनाव होने में ज्यादा दिन नहीं बचा है लगभग चार-पांच महीने के बाद नगर पालिका में चुनाव होना है.
इसलिए अध्यक्ष की भी इच्छा है कि शहर के विकास में किसी प्रकार की फंड की कमी ना आए, न हीं किसी प्रकार की कोई कमी रह जाए. वे अपनी पूरी ताकत से शहर के विकास कार्य के लिए लग गए हैं. वहीं उनकी इच्छा शहर के विकास के अलावा नए-नए निर्माण कार्यों को जल्द पूरी करने की है. लेकिन सीएमओ एवं अध्यक्ष के बीच तालमेल नहीं बैठ पाने के कारण विकास कार्यों में बाधा उत्पन्न हो रहा है।