अम्बिकापुर महानगरो मे होने वाले बहुचर्चित मर्डर मिस्ट्रियो का खुलासा मीडिया और जनआंदोलन के दबाव मे हो जाता है,,,, लेकिन छोटे शहरो मे पुलिस की उदासीनता की वजह से कई बडे मामले दफन हो जाते है,,, ऐसा ही एक मामला 10 जून 2006 को अम्बिकापुर मे हुआ था, जिसमे एक युवती और महिला की बलात्कार कर उनकी हत्या कर दी गई थी,, लेकिन 11 साल बीत जाने के बाद भी आज तक पुलिस मामले के दोषियो को तलाश नही पाई है,, हालाकि शहर के बीचोबीच हुई दोहरे हत्याकांड का फाईल एक बार फिर खुल गई है और इस बार सरगुजा रेंज आईजी ने हत्याकांड मामले की जांज का जिम्मा सरगुजा एसपी को सौंपा है । जिसकी जांच अब कोतवाली टीआई नरेश चौहान करेंगे।
अम्बिकापुर के बहुचर्चित और दर्दनाक दोहरे हत्याकांड की फाइल सरगुजा पुलिस ने एक बार फिर खोल दी है,,,, इस बार आईजी हिमांशु गुप्ता ने सरगुजा एसपी को मामले की जांच के आदेश दिए है,,, और पुलिस अधीक्षक ने जांच का जिम्मा टीआई नरेश चौहान को दिया है… एसपी आर एस नायक के मुताबिक मामले मे,,, पहले हुई जांच के जिन बिंदुओ मे खामिया रही होगी उसी पर जांच होगी साथ ही उन्होने कहा कि मामले मे जांच की बहुत संभावना है इसी आधार पर जांच की जाएगी… तो दूसरी ओर मामले मे लगातार आरोपियो की गिरफ्तारी की मांग कर रहे पूर्व विधायक देवेश्वर सिंह ने मामले पर कई गंभीर सवाल उठाए है।
[toggle title=”क्या था पूरा मामला” state=”close”]10 जून 2006 मे आज से लगभग 11 वर्ष पहले शहर के देव होटल के बगल में स्थित ट्यूटर कॉलोनी में मामी व भांजी से दुष्कर्म करने के बाद दोनो की खौफनाक तरीके से हत्या कर दी गई थी, और जब सुबह घटना स्थल के बगल देशबंधु कार्यालय मे हुई चोरी की जांच करने आई , तो बगल के घर के पीछे वाला गेट खुला था,, और जब रायपुर से लौटे पति ने पीछे की तरफ से अंदर जाकर देखा तो,, उनकी पत्नी गायत्री सिंह और भांजी श्वेता सिंह के शव के बीच बैठकर उनकी दो वर्षीय बच्ची रो रही थी,,, बाद मे इस मामले की सीआईडी जांच के बाद आए सरगुजा आईजी बनकर आए आर सी पटेल व डीआईजी एस आरपी कल्लूरी द्वारा भी जांच की गई,, ,, लेकिन आरोपियो का चेहरा बेनकाब नही हो पाया ,, इधर घटना के बाद से ही आरोपियो की जल्द गिरफ्तारी की मांग कर रहे पूर्व विधायक ने जांच प्रणाली पर गंभीर सवाल खडे कर दिए है । कहा शुरुआती जांच मे पुलिस आरोपियो के पास पहुंच गई थी । उस वक्त आरोपी पुलिस हिरासत मे आ गए थे। लेकिन अब बहुत देर हो चुकी है। वही पूर्व विधायक ने सरगुजा के तात्कालिक डीआईजी एसआरपी कल्लुरी द्वारा की गई जांच और डीएनए जांच के लिए भेजे गए सैंपल पर भी सवाल उठाया। जिसके कुछ ही दिनो मे जांच होकर आने पर कुछ रसूकदार संदिग्ध लोगो को पुलिस ने मामले से लगभग बरी कर दिया था। हांलाकि इसी समय तात्कालिक डीआईजी कल्लूरी ने मामले मे कुछ रसूकदार संदिग्धो का आनन फानन मे डीएनए टेस्ट करवाया और रिपोर्ट निगेटिव आई,,,, जांच के इस पहलू से कुछ हद तक लोगो के मन से शंकाए जरुर हटी,, लेकिन उस खौफनाक वारदात का मुलजिम कौन था ये अब भी सवाल बना हुआ है,,,, बहरहाल एक बार फिर सरगुजा आईजी ने अम्बिकापुर के दोहरे हत्याकांड की जांच शुरु करवाई है,, तो देखना है कि ये जांच किस मुकाम पर पहुंच कर दम तोडती है[/toggle]
इस मामले मे पूर्व विधायक देवेश्वर सिंह ने क्या कहा
दोहरा हत्या कांड एक बहुत ही जघन्य अपराध लोगो ने किया था और अम्बिकापुर नगर के बीच में दो महिलाओ की हत्या कर दी गई थी और इस पर पर्दा डाला गया , मुख्यमंत्री से भी हम लोग मिले थे उन्होने भी कोई कार्यवाही नही की । नही तो मामला उजागर हो गया रहता , कि इस जघन्य वारदात मे कौन कौन अपराधी है । और अब तो लोगो ने लीपा पोती कर दी है । जिससे अब अपराधियों का पता लगाना बङा मुश्किल हो गया है और अब शायद ही पता लगेगा यदि उसको फिर से बढिया जांच करे तो शायद पता लग जाए ।
डीएनए टेस्ट पर उठाए सवाल
मामले मे अपराधियो की लगातार गिरफ्तारी की मांग करने वाले पूर्व विधायक और घटना स्थल वाले माकान के मालिक देवेश्वर सिंह ने तात्कालिक डीआईड एसआरपी कल्लुरी द्वारा डीएनए टेस्ट के लिए भेजे ब्लड सैंपल पर गंभीर सवाल उठाया है। उन्होने इस मसले पर कहा कि कल्लुरी जी द्वारा जो ब्लड सैंपल भेजा गया था उसको बिना कोर्ट के शील के स्वंय का लिया ब्लड सैंपल भेजा गया था, जिसकी कोई विश्वनियता नही है । श्री सिंह ने ये भी कहा कि हो सकता है की उन्होने ब्लड सैंपल को बदल दिया गया हो । वैसे कल्लुरी ने मुझसे कहा था की कोर्ट में सील करवाउंगा, लेकिन वो ब्लड सैंपल कोर्ट मे शील कराए बगैर भेज दिया गया अब मुझे लगता है कि उस मामले की लिपा पोती हो गई है ।
कल्लुरी बोलते थे पकड लूंगा
श्री देवेश्वर सिंह ने मीडिया कर्मियो से बात करते हुए कहा कि घटना के बाद शुरु में , मै और उस समय के भाजपा अध्यक्ष शिवप्रताप मुख्यमंत्री से मिले थे ,, उनसे निवेदन किया था। उस समय तो हम लोगो ने कल्लुरी की भी मांग की थी कल्लुरी यहां बहुत बोलते थे कि मै उनको पकङ लूंगा और उनको वो कर लूंगा । हालाकि हम लोगो ने उस समय सीबीआई जांच की मांग की थी औऱ ये भी कहा था कि अगर सीबीआई जांच न हो तो कल्लुरी से जांच कराया जाए । कल्लुरी जो उस समय एसपी थे बलरामपुर के लेकिन मुख्यमंत्री ने कुछ नही किया । उन्होने हम लोगो को आश्वासन दिया की मै डीजीपी से बात करुंगा और इसमें मैं कुछ न कुछ स्टेप उठवाऊंगा । लेकिन उन्होने कोई स्टेप नही उठाया और मामले को रफा दफा करवा दिया ।
तो मामला हो सकता है उजागर
दोहरा हत्याकांड मामले के घटित होने के बाद दोषिय़ो को सजा दिलाने की लगातार मांग करने वाले देवेश्वर सिंह से जब आरोपियो के बारे मे पूंछा गया तो उन्होने कहा कि मै नाम कैसे बताउं । मै किसी का नाम नही ले सकता हूं । लेकिन उस कांड में जो लिप्त थे उन लोगो का पर्दाफाश हो सकता था । इधर मामले से जुडे और त्थय पूंछे जाने पर फिर से उन्होने कहा कि — ये भी मै अब नही बताउंगा मेरे लिए धर्म संकट वाली बात है मै किसी का नाम क्यो लूं । इधर इस मामले की फिर से जांच के संबध मे पूछे जाने पर श्री सिंह ने कहा कि अभी तो हमने कोई बात नही की है पता नही किसने खोलवाया है और क्या किया है इसके विषय में मुझे कोई जानकारी नही है । हां अगर नई ढंग से जांच की जाए तो हम जा भी सकते है और यदि जिन लोगो पर पुलिस को संदेह है उनका ब्लड सैंपल लिया जाए, तो उसके बाद उम मामले का उजागर हो सकता है ।
इस मामले मे पुलिस अधीक्षक सरगुजा श्याम नायक ने क्या कहा
शहर के अनसुलझे और बहुचर्चित दोहरा हत्याकांड मामले मे सरगुजा पुलिस अधीक्षक आर एस नायक ने कहा है कि ये 2006 मे जो डबल मर्डर हुआ था उसमें इनविस्टिकेशन किया गया था पहले और कुछ बादी लोगो को इसमें गिरफ्तारी हुई थी औऱ बाद में वो दोष मुक्त भी हुआ था और आगे उसकी जांच चल ही रही थी । बीच में जो जांच स्थगित हो गई थी,, उस पेंडिंग केश की समीक्षा के दौरान आईजी साहब ने कहा है इसका अनुसंधान जारी रखे । तो उसी पर हमने कोतवाली टीआई को जांच का जिम्मा देते हुए कहा कि घटना मे जिन बिन्दुओ की जांच मे खामिया रह गई है , उस बिन्दू को ही आगे बढाकर जांच किया जाए। इधर पुलिस अधीक्षक ने ये भी कहा कि अभी भी मामले मे कई संभावनाए है,,, हम और उसी दिशा में हम आगे बढेंगे।
क्या था पूरा मामला 10 जून 2006 मे आज से लगभग 11 वर्ष पहले शहर के देव होटल के बगल में स्थित ट्यूटर कॉलोनी में मामी व भांजी से दुष्कर्म करने के बाद दोनो की खौफनाक तरीके से हत्या कर दी गई थी, और जब सुबह घटना स्थल के बगल देशबंधु कार्यालय मे हुई चोरी की जांच करने आई , तो बगल के घर के पीछे वाला गेट खुला था,, और जब रायपुर से लौटे पति ने पीछे की तरफ से अंदर जाकर देखा तो,, उनकी पत्नी गायत्री सिंह और भांजी श्वेता सिंह के शव के बीच बैठकर उनकी दो वर्षीय बच्ची रो रही थी,,, बाद मे इस मामले की सीआईडी जांच के बाद आए सरगुजा आईजी बनकर आए आर सी पटेल व डीआईजी एस आरपी कल्लूरी द्वारा भी जांच की गई,, ,, लेकिन आरोपियो का चेहरा बेनकाब नही हो पाया ,, इधर घटना के बाद से ही आरोपियो की जल्द गिरफ्तारी की मांग कर रहे पूर्व विधायक ने जांच प्रणाली पर गंभीर सवाल खडे कर दिए है । कहा शुरुआती जांच मे पुलिस आरोपियो के पास पहुंच गई थी । उस वक्त आरोपी पुलिस हिरासत मे आ गए थे। लेकिन अब बहुत देर हो चुकी है। वही पूर्व विधायक ने सरगुजा के तात्कालिक डीआईजी एसआरपी कल्लुरी द्वारा की गई जांच और डीएनए जांच के लिए भेजे गए सैंपल पर भी सवाल उठाया। जिसके कुछ ही दिनो मे जांच होकर आने पर कुछ रसूकदार संदिग्ध लोगो को पुलिस ने मामले से लगभग बरी कर दिया था। हांलाकि इसी समय तात्कालिक डीआईजी कल्लूरी ने मामले मे कुछ रसूकदार संदिग्धो का आनन फानन मे डीएनए टेस्ट करवाया और रिपोर्ट निगेटिव आई,,,, जांच के इस पहलू से कुछ हद तक लोगो के मन से शंकाए जरुर हटी,, लेकिन उस खौफनाक वारदात का मुलजिम कौन था ये अब भी सवाल बना हुआ है,,,, बहरहाल एक बार फिर सरगुजा आईजी ने अम्बिकापुर के दोहरे हत्याकांड की जांच शुरु करवाई है,, तो देखना है कि ये जांच किस मुकाम पर पहुंच कर दम तोडती है