सीतापुर (फटाफट न्यूज) | अनिल उपाध्याय
सरगुजा: डोमनी नाले पर निर्मित वर्षों पुरानी पुलिया टूटकर क्षतिग्रस्त हो गई हैं। साल भर पहले पुलिया की नींव खोखला होने की वजह बीच का हिस्सा धसकर एक तरफ झुक गया है। जिसकी वजह से यहाँ हमेशा दुर्घटना की संभावना बनी रहती है। क्षेत्र भ्रमण के दौरान खाद्यमंत्री ने अधिकारियों को पुलिया की मरम्मत कराने के निर्देश दिए थे। जिसे अधिकारियों ने अनसुना कर दिया।मरम्मत के अभाव में साल भर बाद पुलिया की हालत जानलेवा हो गई है। क्षेत्रवासियों ने खाद्यमंत्री के निर्देश के बाद भी मरम्मत नही होने पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि समय रहते पुलिया की मरम्मत नही कराई गई तो यहाँ कभी भी जानलेवा हादसा हो सकता हैं।
गौरतलब है कि ग्राम रजपुरी के पास डोमनी नाले के ऊपर वर्षों पहले जल संसाधन विभाग द्वारा पुलिया का निर्माण कराया गया था। जो पिछले साल बरसात के दौरान डोमनी नाले की तेज बहाव की चपेट में आकर क्षतिग्रस्त हो गया। डोमनी नाले में आई बाढ़ ने पुलिया की नींव खोखली कर दी थी। जिसकी वजह से इसके बीच का हिस्सा दबकर एक ओर झुक गया। बीच का हिस्सा दबकर एक ओर झुकने की वजह से यह पुलिया आवागमन के लिहाज से खतरनाक हो गई है। ग्रामीणों ने जनसमस्या समाधान शिविर में आवेदन देते हुए क्षतिग्रस्त पुलिया की मरम्मत कराने की माँग की थी। ग्रामीणों की माँग के बाद भी पुलिया के मरम्मत हेतु कोई कार्रवाई नही की गई। जिससे इसकी हालत दिनों दिन जर्जर होती चली गई।
अब तो इसकी हालत इस कदर बिगड़ चुकी है कि ये कभी भी धराशायी हो सकता है। ये सब जानते हुए भी क्षेत्रवासी अन्य कोई वैकल्पिक मार्ग नही होने से मजबूरी में इस पुलिया से आने जाने को मजबूर है। लोगो के अलावा स्कूल और यात्री बस समेत भारी वाहन भी यहाँ से होकर गुजरती है। इस दौरान थोड़ी भी चूक बड़े हादसे का कारण बन सकती है। क्षेत्र भ्रमण के दौरान ग्रामीणों के कहने पर खाद्यमंत्री अमरजीत भगत ने पुलिया की हालत देख इसके मरम्मत हेतु अधिकारियों को निर्देश दिए थे। जिसे अनसुना कर अधिकारियों ने पुलिया को उसके हाल पर छोड़ दिया। जिसकी वजह से पुलिया धराशायी होने की कगार पर जा पहुँची है। जो कभी भी किसी बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकती है।