अम्बिकापुर/सीतापुर/अनिल उपाध्याय। नगर पंचायत की उदासीनता की वजह से स्ट्रीट लाइट बंद होने बंद होने के कारण आधा नगर रात भर अंधेरे में डूबा रहा। इस दौरान नगरवासी काफी परेशान रहे। उन्होंने इस अव्यवस्था के लिए नगर पंचायत को दोषी ठहराया है। उनका कहना है कि नगर की व्यवस्था को लेकर अधिकारी उदासीन हो गए जिसकी वजह से नगर में ऐसे हालात निर्मित हुए।
गौरतलब है कि सोमवार की रात नगर की स्ट्रीट लाइट बंद होने की वजह से नगर का आधा हिस्सा अंधेरे में डूबा रहा। स्ट्रीट लाइट बंद होने की वजह से शहीद भगत सिंह चौक से नया बस स्टैंड तक का हिस्सा पूरी तरह अंधकार में डूब गया था। सड़को पर अंधेरा छाने से पैदल मार्च करने वालो को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। गौरतलब बात ये है कि नगर पंचायत में सीएमओ को छोडकर जितने भी अधिकारी कर्मचारी पदस्थ है वो स्थानीय है। इसके बाद भी नगर में स्ट्रीट लाइट की बदहाली किसी को नजर नही आई।
इस संबंध में नगरवासियों का कहना है कि इन दिनों नगर पंचायत में काफी अव्यवस्था का आलम देखने को मिल रहा है। जिसको लेकर नगर पंचायत जरा भी गंभीर नजर नही आ रहा है। वैसे भी इन दिनों नगर में चोर उचक्कों का काफी आतंक है। अगर रात को नगर इसी तरह अंधेरे में डूबा रहा तो चोर उचक्कों के लिए अपनी वारदातों को अंजाम देना काफी आसान हो जाएगा। लोगो का कहना है कि अगर नगर के हृदय स्थल का ये आलम है तो वार्डो का क्या हाल होगा। इसका सहज अंदाजा लगाया जा सकता है।आज भी नगर के कई वार्ड ऐसे है जिनका अंदरूनी इलाका स्ट्रीट लाइट खराब होने की वजह से हमेशा अंधेरे में डूबा रहता है। लोगो द्वारा नगर पंचायत का इस ओर ध्यानाकर्षण कराने के बाद भी हालत ज्यो की त्यों बनी हुई है।
इस संबंध में नप अध्यक्ष प्रेमदान कुजूर ने बताया कि वो जानकारी लेकर स्ट्रीट लाइट व्यवस्था में सुधार करायेंगे। ताकि भविष्य में ऐसी स्थिति निर्मित न हो सके।