Success Story, IAS Success Story, UPSC Success Story : समर्पण और मेहनत के बिना सफलता की कोई पहचान नहीं है। सक्सेस का कोई शॉर्टकट नहीं होता है। सक्सेस के लिए समर्पण जुनून और संघर्ष बेहद आवश्यक है। ऐसे ही यह कहानी है, एक युवा एस्पिरैंट फाबी रशीद की। जिसने अपनी मेहनत और संघर्ष से यूपीएससी परीक्षा में सफलता हासिल की है। वर्तमान में लाखों युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बन चुकी हैं।
फाबी का जन्म 23 जून 1999 को केरल के अलपुझा में हुआ था। उनके पिता डॉक्टर हैं और मां बाल रोग विशेषज्ञ हैं, जो हाल ही में सरकारी नौकरी से रिटायर हुई हैं। फाबी की शिक्षा की यात्रा ने उन्हें देशभर में सम्मान दिलाया है।
सिविल सर्विस परीक्षा की तैयारी में सहायता
फाबी ने अपनी शिक्षा की आधारभूत शिक्षा त्रिवेंद्रम के सर्वोदय स्कूल से प्राप्त की। जहां उन्होंने 10वीं में 96.7% और 12वीं में 97.6% मार्क्स हासिल किए। उन्होंने इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एजुकेशन रिसर्च से बायोलॉजिकल साइंसेस के इंटीग्रेटेड कोर्स में बीएस एमएस किया।
2017 से 2022 तक फाबी ने भारत सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग से INSPIRE फेलोशिप प्राप्त की थी, जो उनकी शैक्षिक करियर को और भी प्रोत्साहित करने में मदद करती है। उन्होंने यूपीएससी की तैयारी के लिए तिरुवनंतपुरम के एक इंस्टीट्यूट से कोचिंग भी ली। जिससे उन्हें सिविल सर्विस परीक्षा की तैयारी में सहायता मिली।
पहले प्रयास में ही यूपीएससी परीक्षा में 71वीं रैंक हासिल
फाबी ने 2023 में अपने पहले प्रयास में ही यूपीएससी परीक्षा में 71वीं रैंक हासिल की। उन्होंने इंटरव्यू में अपनी तैयारी से जुड़ा संघर्ष और अनुभवों को साझा किया है। जिसे सुनकर लोग उनकी मेहनत और समर्पण की बड़ी सराहना करते हैं।
तैयारी के दौरान घबराहट और चिंता का सामना
फाबी रशीद का सफर आसान नहीं था। उन्हें अपनी तैयारी के दौरान घबराहट और चिंता का सामना करना पड़ा, लेकिन उन्होंने अपनी मेहनत और लगन से इन सभी चुनौतियों का सामना किया। उनकी इस उपलब्धि ने भारतीय समाज में उम्मीद की किरण पैदा की है। खासकर वहाँ के युवाओं में जो सिविल सर्विसेज में अपने सपनों को पूरा करने की तैयारी कर रहे हैं।