Success Story : मजदूर की बेटी ने कम उम्र में खोया पिता, 23 की उम्र में पास की UPSC परीक्षा, सफलता में इंटरनेट ने निभाई महत्वपूर्ण भूमिका, पढ़ें मेहनत की अनोखी कहानी

UPSC Success Story, Success Story, IAS Success Story

UPSC Success Story, Success Story, IAS Success Story : सफलता की अपनी परिभाषा होती है। सफलता शॉर्टकट से नहीं पाए जा सकते। दिव्या तंवर ने जीवन में इस सफलता के लिए अथक परिश्रम किया था। इस मेहनत के साथ ही उन्होंने अपने जीवन में आईएएस जैसे बड़े पद का मुकाम हासिल किया।

जीवन प्रारंभ बहुत ही कठिनाईयों से भरा रहा

आईएएस अधिकारी दिव्या तंवर की कहानी एक प्रेरणादायक सफलता कहानी है जो हमें बताती है कि मेहनत और संघर्ष के बिना कोई भी मंजिल हासिल नहीं कर सकता। दिव्या का जीवन प्रारंभ बहुत ही कठिनाईयों से भरा रहा है लेकिन उन्होंने इनी चुनौतियों का सामना करते हुए अपने सपनों को हकीकत में बदलने का संकल्प लिया।

मजबूत चुनौती से गुजरने के लिए मजबूर

दिव्या के पिता की मृत्यु ने उनके जीवन को एक मजबूत चुनौती से गुजरने के लिए मजबूर किया। बचपन से ही उन्होंने अपने माता-पिता के साथ कई मुश्किल हालातों का सामना करना पड़ा। इसके बावजूद उनकी जिद्द और आत्मविश्वास ने उन्हें यूपीएससी की तैयारी में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया।

पहली प्रयास में ही यूपीएससी परीक्षा पास की

2021 में, उन्होंने अपनी पहली प्रयास में ही यूपीएससी परीक्षा पास की और 438वीं रैंक हासिल की। यह सफलता उनके लिए केवल एक मील का पत्थर था। दिव्या के उत्कृष्ट प्रदर्शन ने उन्हें आईपीएस अधिकारी के रूप में पहचान दिलाया, लेकिन उनका असली सपना आईएएस बनने का था। उन्होंने अपनी संघर्षपूर्ण स्वभाव और निरंतर मेहनत से इस मंजिल को हासिल करने का निर्णय लिया।

अगले साल, दिव्या ने फिर से प्रयास किया और 105वीं रैंक हासिल की, इस सफलता ने दिव्या को उनकी मंजिल के मिलाया। वो आईएएस बन गई। दिव्या ने उन्होंने इस सफलता को अपने अथक प्रयास और स्वयं पर विश्वास रखने का परिणाम बताया।

दिव्या का कहना है कि उनकी तैयारी में इंटरनेट ने बहुत मदद की। वे टॉपर्स के इंटरव्यू देखती रहीं और यूपीएससी के सिलेबस को समझने में भी इंटरनेट का सहारा लिया। उन्होंने अपनी तैयारी के लिए एनसीईआरटी की किताबें भी पढ़ीं। उन्होंने माना कि सफलता के लिए मेहनत ही सबसे महत्वपूर्ण होती है और उसका परिणाम भविष्य में जरूर मिलता है।

दिव्या तंवर की इस सफलता की कहानी सबको यह सिखाती है कि कठिनाइयों और संघर्षों के बीच भी अपने सपनों को पूरा करना संभव है।