Success Story, UPSC Success Story, IAS Success Story: प्रदेश के दमोह जिले के तेंदूखेड़ा तहसील से उत्पन्न आकाश खत्री ने यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन (UPSC) की परीक्षा में धारा 259वीं रैंक हासिल की है।
इस सफलता के साथ उन्हें केंद्रीय सशक्त पुलिस बल (सीआरपीएफ) का असिस्टेंट कमांडेंट का पद प्राप्त हुआ है। आकाश का पिता श्री अनंदी, पीएचई विभाग में टेक्नीशियन के पद पर काम करते हैं, जबकि वह खुद हांडपंप सुधारने का कार्य कर रहे हैं।
Success Story : आकाश की सफलता का आरम्भ
आकाश ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा अपने गाँव के सरकारी स्कूल से पूरी की थी। उन्होंने अपने संघर्ष की कहानी में बताया कि उन्होंने इंडिया पोस्ट ऑफिस में नौकरी की थी, पर वहां उनका मन नहीं लगा। इसके बाद उन्होंने इंदिरा गांधी गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज, सागर से बीटेक की डिग्री हासिल की।
उन्होंने उनके शिक्षा का सफल अभ्यास किया और हाल ही में आयोजित होने वाली पटवारी परीक्षा में सफलता प्राप्त कर ली, जिसमें उन्होंने 141 नंबर हासिल किए। उन्होंने ट्रेनिंग पूरी करके अपने गाँव वापसी की तैयारी की थी कि अचानक UPSC 2023 का परिणाम घोषित हो गया। यह उनका तीसरा प्रयास था और उन्हें 259वीं रैंक मिली।
Success Story :खुशी के लम्हे
मध्य प्रदेश के आकाश के UPSC परीक्षा में सफल होने के बाद, उनके माता-पिता और परिवार की खुशी का थियों में कोई ठोस अनुभव नहीं हो सकता। उनके घर पर बेटे की सफलता की खबर सुनते ही मां की आंखें नम हो गईं और पिता ने उन्हें आरती उतारते हुए उनका मुंह मीठा कराया। उनके साथ पढ़ने वाले उनके मित्रों ने भी इस अवसर पर उनका स्नेह दिखाया और मिठाई खिलाकर उनकी खुशी को बढ़ा दिया।
Success Story : गौरवान्वित करने वाले आकाश
उनकी सफलता ने नगर को गौरवान्वित किया। जुलूस नगर के गली-गलियारों से होते हुए गल्ला मंडी पहुंचा, जहां उन्होंने बाबा भीम राव अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। उनकी यह सफलता न सिर्फ उनके परिवार के लिए, बल्कि पूरे बुंदेलखंड अंचल के लिए एक प्रेरणा स्रोत बनी है।
आकाश की इस कामयाबी ने न सिर्फ उनकी मेहनत को साकार किया है, बल्कि उसने बुंदेलखंड क्षेत्र के लोगों के लिए एक मार्गदर्शन प्रस्तुत किया है कि संघर्षपूर्ण विचार और सही दिशा में प्रयास करने से सपने हकीकत में बदल सकते हैं।