Success Story, UPSC Success Story : आईएएस अधिकारी मुस्कान डागर ने हरियाणा के झज्जर जिले के सेहलंगा गांव में जन्म लिया। उनके पिता श्रीमान डागर एक सरकारी स्कूल में शिक्षक थे।
जिनका योगदान उनकी शिक्षा में बहुत ही महत्वपूर्ण रहा। मुस्कान का बचपन सरलता से गुजरा, जहां उन्होंने मेहनत और अपने लक्ष्य की दिशा में प्रगति की।
Success Story : शिक्षा और यूपीएससी की तैयारी
मुस्कान ने स्थानीय सरकारी स्कूल से अपनी प्रारंभिक शिक्षा पूरी की, और बाद में दिल्ली के हिंदू कॉलेज से बीएससी में स्नातक की डिग्री हासिल की। इसके बाद उन्होंने यूपीएससी की तैयारी शुरू की, जो कि भारतीय प्रशासनिक सेवा में प्रवेश के लिए मान्यता प्राप्त परीक्षा है।
Success Story : परीक्षा में सफलता की कहानी
यूपीएससी की परीक्षा में सफलता पाना कोई आसान काम नहीं है, लेकिन मुस्कान ने अपनी मेहनत और परिश्रम से इसमें सफलता हासिल की। उन्होंने अपने लक्ष्य की दिशा में पूरी तरह से समर्पित किया और परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। उन्हें यूपीएससी की परीक्षा में 474 रैंक हासिल हुई, जो उनके इस यात्रा की प्रारंभिक सफलता थी।
Success Story : बिना कोचिंग की यूपीएससी की तैयारी
मुस्कान ने अपनी यूपीएससी की तैयारी के लिए बिना कोचिंग का सहारा लिया। वे शुरुआती दिनों में मात्र चार महीने तक कोचिंग की तैयारी की, लेकिन बाद में उन्होंने यह फैसला लिया कि वे अपने ही द्वारा अपनी पढ़ाई करेंगी। उन्होंने अपनी मेहनत, ध्यान और परिश्रम से अपने लक्ष्य को हासिल किया और उसी के फलस्वरूप उन्हें यूपीएससी में सफलता मिली।
Success Story : सामाजिक योगदान
मुस्कान डागर अपनी सफलता के बाद भी समाज के लिए सक्रिय रही हैं। उन्होंने अपने क्षेत्र में शिक्षा, नारी सशक्तिकरण और सामाजिक सुधार के क्षेत्र में अपना योगदान दिया है। उन्होंने अपने क्षेत्र के युवाओं को प्रेरित किया है और उन्हें उच्चतम सिविल सेवा में प्रवेश के लिए प्रेरित किया है।
मुस्कान डागर की कहानी हमें यह सिखाती है कि अगर इरादे से और मेहनत से कोई भी अपने सपनों को हासिल कर सकता है। उनकी यह कहानी उन सभी युवाओं के लिए प्रेरणास्त्रोत है, जो अपने लक्ष्यों को पाने के लिए अथक प्रयासरत हैं और सपनों को साकार करने के लिए तैयार हैं।