Success Story : मेहनत बनी मिसाल, सफाई ठेकेदार की बेटी ने पूरा किया पिता का सपना, पहले अटेम्प्ट में पास की UPSC की परीक्षा

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UPSC Success Story, IPS Success Story, Success Story : सफलता के लिए संघर्ष एक योगपूर्ण उपाय है। मेहनत और संघर्ष के बल पर हम जीवन में सफल हो सकते हैं। यूपीएससी (संघ लोक सेवा आयोग) की परीक्षा देश ही नहीं, बल्कि विश्व की सबसे कठिन परीक्षाओं में मानी जाती है। इसमें भाग लेने वाले लाखों उम्मीदवारों में से कुछ ही सफलता प्राप्त कर पाते हैं।

इस कठिन परीक्षा को पहली बार में ही पार करने वाले सफल उम्मीदवारों में से एक हैं, IPS तरुणा कमल। उनकी मेहनत, लगन और सच्ची प्रतिबद्धता ने उन्हें इस ऊंचे पद तक पहुंचाया है। आइए, विस्तार से जानते हैं IPS तरुणा कमल की तैयारी और संघर्ष की कहानी।

तरुणा का परिचय

तरुणा कमल हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले की रहने वाली हैं। उनका जन्म 26 जनवरी 1997 को हुआ था और वे बल्ह घाटी के एक छोटे से गांव में जन्मीं। उनके पिता एक सफाई ठेकेदार हैं, और उनके परिवार की आर्थिक स्थिति साधारण थी। तरुणा ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा मॉडर्न पब्लिक स्कूल, रत्ती से पूरी की।

स्कूल के बाद उन्होंने वेटरनरी डॉक्टर की ट्रेनिंग पूरी की और चंडीगढ़ में कोचिंग लेकर यूपीएससी CSE (सिविल सर्विसेज एग्जामिनेशन) की तैयारी शुरू की। हालांकि उनका शैक्षणिक बैकग्राउंड मेडिकल फील्ड से था, लेकिन उन्होंने यूपीएससी में करियर बनाने का निर्णय लिया।

UPSC की तैयारी का संघर्ष और रणनीति

IPS तरुणा ने UPSC की तैयारी के लिए एक रणनीति अपनाई। उन्होंने पहले से ही यूपीएससी सिलेबस को यूनिट वाइज नोट्स में बांटकर अध्ययन किया। फिर NCERT से तैयारी की। उनकी यह प्रक्रिया पढ़ाई को व्यवस्थित ढंग से करने में मददगार साबित हुई।

उनकी तैयारी में सबसे महत्वपूर्ण पिछले वर्षों के प्रश्न पत्रों का निरंतर हल करना था। इससे उन्हें परीक्षा में पूछे जाने वाले प्रश्नों के प्रकार और परीक्षा की प्रवृत्ति को समझने में मदद मिली। तरुणा ने सभी यूनिट्स को गहराई से अध्ययन किया और अपने नोट्स को नियमित रूप से अपडेट किया।

उन्होंने खुद को समय-समय पर रीविज़न के लिए समय निर्धारित किया और परीक्षा की तैयारी के दौरान एक ठोस टाइम टेबल का पालन किया। तरुणा ने दो साल से अधिक समय तक यूपीएससी की तैयारी की और अपनी कड़ी मेहनत के बल पर, UPSC 2023 में पहली बार प्रयास में 203वीं रैंक प्राप्त की। यह उनकी लगन और समर्पण का प्रमाण है कि उन्होंने पहले ही प्रयास में IPS पद को हासिल किया।

सफलता की वजह और परिवार का समर्थन

IPS तरुणा का कहना है कि उनकी सफलता में सबसे बड़ा योगदान उनके परिवार का है। उनके परिवार ने हर कदम पर उनका समर्थन किया और उनकी तैयारी को सुविधाजनक बनाने में मदद की। उनके परिवार ने उनकी कठिनाईयों को समझा और उन्हें हर संभव सहायता प्रदान की।

तरुणा यह भी मानती हैं कि समय-समय पर अपने लक्ष्य को याद रखना और उसे पूरा करने के लिए पाबंद रहना उनकी सफलता की कुंजी रही। वे हमेशा समय का सही उपयोग करती थीं और अपनी पढ़ाई को प्राथमिकता देती थीं। उनका दृढ़ संकल्प और लगातार मेहनत ने उन्हें इस कठिन परीक्षा में सफलता दिलाई।

तरुणा कमल की कहानी यह दिखाती है कि कठिनाइयों के बावजूद अगर मन में दृढ़ संकल्प हो, तो सफलता अवश्य मिलती है। उनकी कहानी उन सभी उम्मीदवारों के लिए प्रेरणा है जो यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं और अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।