
जांजगीर चांपा। हर 10 साल में एक बार जनगणना की जाती है. इससे सरकार को विकास योजनाएं तैयार करने में मदद मिलती है.हम चाहते हैं कि विभिन्न समुदायों की सूची हो. हमारे लिए जाति जनगणना सिर्फ जनगणना नहीं है, यह नीति निर्माण का आधार है। जातीय जनगणना का समर्थन न करना असल मायने में राष्ट्रविरोधी है. क्योंकि इससे साफ है कि आप देश की सच्चाई स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं हैं.
हमारा संगठन (संगठन का नाम) कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी जी की जाति जनगणना और आरक्षण की 50 प्रतिशत की दीवार को तोड़ने की मुहिम का समर्थन करता है और हम इस अभियान में पूरा सहयोग करेंगे। हम सरकार से यह भी माँग करते हैं कि जाति जनगणना कराए. जिससे कि सभी वर्ग के लोगों को उनका हक मिल सके ।
आखिर न्याय योद्धा राहुल गांधी के सामने झुक गई मोदी सरकार 30 तारीख को दिल्ली इंदिरा भवन में पूरे देश के ओबीसी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष एवं कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष कमेटी भारतीय राष्ट्रीय ओबीसी कांग्रेस के अध्यक्ष डॉक्टर अनिल जय हिंद यादव के नेतृत्व में संपन्न हुआ, इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से के राजू सर एवं राजेश लिथोटिया जी अनुसूचित जनजाति विभाग के अध्यक्ष उपस्थित रहे मुख्य मांग अगर चर्चा जाति जनगणना के संबंध में ही था जो आज हमारे राहुल गांधी के संघर्ष और मेहनत के सामने आखिरकार मोदी सरकार ने जाति जनगणना करवाने का निर्णय लिया. इस कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ से ओबीसी कांग्रेस के अध्यक्ष केशव चंद्राकर की उपस्थित रहे.छत्तीसगढ़ प्रदेश के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष ओबीसी डिपार्मेंट संदीप यादव ने मंच में अपनी बात रखी और उन्होंने कहा की ओबीसी कांग्रेस को भी फ्रंटल ऑर्गेनाइजेशन में रखा जाए जिस पर पूरे देश के लोगों ने ताली बजाकर स्वागत किया।