दुर्ग-भिलाई। आनलाइन ठगी करने वाले एक शातिर ने भिलाई इस्पात संयंत्र के सेवानिवृत्त कर्मी से पांच लाख 35 हजार रुपये की ठगी की है। आरोपित ने बिल बकाया होने की बात कहते हुए बिजली काटने की चेतावनी दी। इसके बाद उसने शिकायतकर्ता से एनीडेस्क नाम का रिमोट एप्लीकेशन डाउनलोड करवाया और उसकी मदद से शिकायतकर्ता के तीन खातों से रुपये निकाल लिए। घटना की शिकायत पर भिलाई नगर पुलिस ने आरोपित के खिलाफ अज्ञात आरोपित के खिलाफ धोखाधड़ी की धारा के तहत प्राथमिकी की है।
पुलिस ने बताया कि तालपुरी कालोनी निवासी शिकायतकर्ता वडाली लक्ष्मण राव ने घटना की शिकायत की है। शिकायतकर्ता के पास बीते 10 अगस्त को एक फोन आया था। फोन पर बात कर रहे आरोपित ने खुद को बिजली कंपनी का कर्मचारी बताते हुए बोला कि उसका बिजली का बिल बकाया है। यदि तत्काल बिल का भुगतान नहीं किया गया तो बिजली काट दी जाएगी।
बिजली कटने की बात सुनकर शिकायतकर्ता ने तुरंत बिल जमा करने का तरीका पूछा तो आरोपित ने शिकायतकर्ता से एनीडेस्क नाम का एप्लीकेशन डाउनलोड करने के बोला। शिकायतकर्ता ने एप्लीकेशन डाउनलोड किया तो आरोपित ने उसके मोबाइल को रिमोट पर लेकर उसके नेट बैंकिंग का इस्तेमाल कर तीन खातों से पांच लाख 35 हजार रुपये निकाल लिए। शिकायतकर्ता ने पहले बैंक में जाकर इसकी शिकायत की। इसके बाद उसने भिलाई नगर थाना में घटना की शिकायत की। जिसके आधार पर पुलिस ने आरोपित के खिलाफ धोखाधड़ी की धारा के तहत प्राथमिकी है।
ठगी की घटनाओं के सामने आने के बाद बिजली विभाग के अधिकारी ने रायपुर पुलिस से लिखित शिकायत की थी। विभाग ने पहले ही ये सूचना दी है कि विभागीय मोबाइल एप ‘मोर बिजली एप’ को छोड़कर अन्य किसी एप से बिल स्वीकार नहीं किया जाता है। जानकारी के अभाव के चलते लोग इस तरह की ठगी की घटनाओं में फंस जा रहे हैं।