बलरामपुर.. प्रदेश में भी अन्य राज्यो की तर्ज पर प्रवासी मजदूरों की घर वापसी विभिन्न संसाधनों से हो रही है..और उन्हें अपने क्षेत्रों में लौटने पर क्वरनटाईन किया जा रहा है..वही जिले में भी क्वरनटाईन सेंटर बनाये गए है..जहाँ मजदूरों का स्वास्थ्य परीक्षण कर उन्हें 14 दिन की अवधि क्वरनटाईन किया जाएगा..जहाँ जिले के पंचायत शिक्षक एलबी,सहायक शिक्षक एलबी की ड्यूटी लगाई है..और अब उन्ही शिक्षकों ने कलेक्टर को पत्र लिखकर 50 लाख का बीमा कराए जाने व क्वरनटाईन सेंटरो में पर्याप्त मात्रा में मास्क,सेनेटाइजर, हैंड ग्लब्स उपलब्ध कराए जाने की मांग जिला शिक्षा अधिकारी से की है..
दरअसल लॉकडाउन के दौरान जिले के कामगार मजदूर भी लगभग 6000 की संख्या में फंसे हुए थे..जो अब विभिन्न संसाधनों से वापस लौट रहे है..ऐसे कोविड 19 के संक्रमण से बचने एहतियात के तौर पर प्रवासी मजदूरों को क्वरनटाईन करने जिले के स्कूलों और आश्रम -छात्रावासों को चिन्हित कर ..शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गई है..ऐसे में छत्तीसगढ़ पंचायत ,नगरीय निकाय शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष पवन सिंह ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंप कर शिक्षकों के बीमा कराए जाने की मांग की है..इसके साथ ही उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी से क्वरनटाईन सेन्टरो में मास्क,सेनेटाइजर व हैड ग्लब्स पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध कराने की मांग रखी है..
जिलाध्यक्ष पवन सिंह का कहना है की.. पड़ोसी जिले सूरजपुर समेत अन्य स्थानों से क्वरनटाईन में रखे गए मजदूरों में कोविड 19 का संक्रमण पाया गया था..और मजदूरों के साथ ही स्वास्थ्यकर्मी व पुलिसकर्मी ,पंचायत सचिव भी कोविड 19 के संक्रमण का शिकार हुए थे..पड़ोसी राज्य मध्यप्रदेश में तो पुलिसकर्मियों की मौत भी कोविड संक्रमण के चलते हुई थी..जिसे देखते हुए..जिले के शिक्षकों ने 50 लाख का बीमा कराए जाने की मांग राज्य सरकार से की है..