जांजगीर-चांपा। जिले में पुलिसिंग व्यवस्था पूरी तरह पस्त नजर आ रही है. जिले में अपराधिक घटनाएं पुलिस के लिए आउट ऑफ़ कंट्रोल हो गया है. अब तो जांजगीर चांपा विधानसभा के विधायक ने पुलिस के कार्य प्रणाली को लेकर सवाल खड़े किए हैं।
लेकिन जिले के पुलिस अधीक्षक विवेक शुक्ला को इससे कोई लेना देना नही हैं,जिले की जनता मरे या सड़े एसी चेंबर में बैठकर उन्हें जिले की पुलिसिंग व्यवस्था चलानी हैं। उनकी नजर में हर एक घटना छोटी है, न तो वे मीडिया से रूबरू होते, न ही मीडिया के सवालो का जवाब देते. पुलिस अधीक्षक के निष्क्रियता के चलते जिले में अपराधिक घटना की बाढ़ आ गई है. चोरी,चाकूबाजी,लूट,डकैती,मर्डर आम घटना हो गई है. शांत प्रिय कहे जाए जाने वाला जांजगीर चांपा जिला अब अपराधियों का गढ़ बनता जा रहा है. जिले की पुलिसिंग व्यवस्था सुस्त नजर आ रही है, जिसके चलते यहां आपराधिक घटनाएं बढ़ रही है. अब तो जांजगीर चांपा विधानसभा के विधायक व्यास कश्यप में भी जिले के पुलिसिंग व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए जिले में बढ़ रहे आपराधिक घटना को लेकर चिंता जाहिर की है,और कहा है कि जिले में अपराध की घटना में लगाम नहीं लग पा रहा है. बड़ी-बड़ी घटनाएं रोज हो रही है, पुलिस सो रही है और अपराधी मौज के साथ खुले आम घूम रहे हैं।
कोतवाली थाना प्रभारी को अपने कमाई को लेकर चिंता है, लेकिन अपराधियों तक पहुंचने की चिंता नहीं है. जिले में कई बड़ी घटनाएं पहले भी घटित हुई है जिसके अपराधी अभी भी खुले आम घूम रहे हैं. दारू भट्टी में डकैती की घटना हो या शहर में खुलेआम चाकू बाजी रोज सुनने को मिल रहे हैं. लेकिन जिले की सुस्त पुलिस गहरी नींद में हैं। जिले में बड़ी घटना कि अगर आंकड़े देखे तो कई बड़ी मामले अभी भी पेंडिंग पड़े है. जिले की पुलिस हवा में हाथ पैर मार रही है. कहने के लिए है पुलिस के हाथ लंबे होते है लेकिन अब अपराधियों तक पहुंचने के लिए पुलिस के हाथ छोटे हो गए हैं।