FatafatNews Desk: बात उस बिहार के नेता की जो कभी चुनाव नहीं हारे । सादगी ऐसी कि शब्द कम पड़ जाएं। 1 बार उपमुख्यमंत्री, दो बार मुख्यमंत्री और दशकों तक MLA और विरोधी दल के नेता रहे उस कर्पूरी ठाकुर की जो 1952 विधानसभा का चुनाव जीतने के बाद कभी हारे नहीं। हिंदी को अनिवार्य किया। मरे तो 1 मकान नहीं छोड़ गए। दोस्त से मांगा हुआ फटा कोट पहन कर ऑस्ट्रिया चले गए। वहां के मार्शल ने उन्हे कोट भेंट किया। ऐसे थे कर्पूरी ठाकुर ।