निजी स्कूलों की मनमानी, एक ही दुकान पर बुक्स एवं यूनिफॉर्म खरीदने के लिए पेरेंट्स को किया जा रहा है बाध्य…जिला शिक्षा अधिकारी को शिकायत का इंतजार…!

जांजगीर चांपा। निजी स्कूल तय नियमों के तहत ही चलेंगे। जान बूझकर पैरेंट्स को परेशान किया तो विभाग बिना देर किए कार्रवाई करेगा। निजी स्कूलों से हो रही मनमानी का साथ मत दीजिए, शिकायत कीजिए, नोटिस देकर कार्रवाई की जाएगी. यह बात जांजगीर चांपा जिला शिक्षा अधिकारी अश्वनी भारद्वाज ने कही है, जो हाल ही में पैरेंट्स अपने बच्चों के लिए किताबें, कॉपियां और यूनिफार्म लेने दुकान की तरफ रुख कर रहे हैं। डीईओ ने साफ कहा है कि पैरेंट्स को किसी भी स्थिति में परेशान करने वाले स्कूलों को बख्शा नहीं जाएगा। ऐसे में आप जिला शिक्षा विभाग पहुंचकर शिकायत दर्ज कराइए। अधिकारी ने जरूर कार्रवाई की बात कही है. जिला शिक्षा अधिकारी जानकारी के बाउजूद अभी तक किसी भी निजी स्कूल पर कार्यवाही नहीं की है. नए शैक्षणिक सत्र शुरू होने के बाद जिले के सभी पुस्तक दुकानों में आपको भीड़ नजर आ जाएगी. पेरेंट्स अपने बच्चों के लिए यूनिफॉर्म एवं में पुस्तक खरीदने के लिए लाइन लगे हुए है. जिले में किसी भी स्कूल के यूनिफॉर्म एवं बुक्स पेरेंट्स एक ही दुकान में लेने के लिए मजबूर है. सभी स्कूलों में यही हाल है अभी निजी स्कूलों के बुक्स यूनिफॉर्म एक ही दुकान में मिल रहे हैं. स्कूल प्रबंधन कमीशन के चक्कर में किसी एक दुकानदार को स्कूल के यूनिफॉर्म बचने के लिए रखे हुए है. जिसके चलते दुकान संचालक मोटी कमाई कर रहा है. वही अपने मनमानी से बुक्स एवं यूनिफॉर्म बेच रहा है।

नए शैक्षणिक सत्र से महंगाई की मार अभिभावकों पर पड़ रही है। अभिभावकों को कॉपी, किताब, बच्चों की ड्रेस, जूते, स्कूल बैग सहित अन्य बढ़े दाम पर मिल रहे हैं। इस बार कीमत 20 से 25 फीसदी तक बढ़ गई है। उन्हें इसके लिए अतिरिक्त एक बच्चे पर 8 से 12 हजार रुपए तक खर्च करना पड़ रहा है। इस तरह का आर्थिक बोझ पड़ रहा है।
अभिभावकों ने बताया कि ड्रेस भी लगातार महंगी बिक रही हैं। ड्रेस की दुकान पर आए अभिभावक ने बताया कि बच्चे की ड्रेस, जूते और थर्मस, पानी की बोतल के दाम 25 फीसदी महंगे मिल रहे हैं। स्कूलों की ओर से बताई गई दुकानों पर ही यह सामान मिलता है। इस पर कोई अंकुश नहीं लगाया जा रहा है।

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