जांजगीर-चांपा। जिले के धान खरीदी प्रभारी इन दिनों एक पंचायत प्रतिनिधि से खासे परेशान है। रोजाना किसी न किसी न धान खरीदी केन्द्र पर अपने चेले चपाटों के साथ तराजू बाट लेकर प्रभारियों को धमकाने पहुंच जा रहे हैं. किसानो के धान तौलाई में खड़बड़ी तौल होने का आरोप लगाते हुए अपने साथ लाये तराजू बाट मे तौल कर जबरन धमकाया जा रहा है। इन दिनो जिले के कई धान खरीदी केन्द्रों मे यह नाजारा देखने को मिल जा रहा है।
1 दिसंबर से शुरू हुए समर्थन मूल्य पर सरकार किसानो का धान खरीदी कर रही हैं। जिसके लिए सरकार ने जिले में 230 स्थानो पर खरीदी केन्द्र खोला है। जहां किसानो का टोकन काट कर समर्थन मुल्य मे धान की खरीदी कर रही हैं। धान खरीदी प्रभारियों का कहना है पहली बार इस प्रकार किसी पंचायत प्रतिनिधि द्वारा यहा काम किया जा रहा. जो किसी प्रकार से उचित नही हैं। प्रभारियों को जबरन दबाव बना कर वसूली की मांग की जा रही हैं, नही देने पर उच्च अधिकारीयों से शिकायत करने की बात कही जा रही हैं।
जिले के धान खरीदी केन्द्र प्रभारियों द्वारा भी एकजुट होकर अब उस पंचायत प्रतिनिधि की शिकायत कलेक्टर से करने बात कह रहे हैं। प्रभारियों का कहना है कि अगर किसी केन्द्र मे प्रभारियों द्वारा गड़बड़ी की जा रही है, तो जरूर संबंधित विभाग के अधिकारियों को कार्यवाही करना चाहिए। लेकिन इस तरह पूरे जिले में घुम-घुम कर जबरन तराजू-बाट लेकर केन्द्र प्रभारियों को धमकाने का आदेश इस पंचायत प्रतिनिधि को किसने दी हैं इस पर सवाल खड़े कर रहे है।
उनका कहना है कि जिला प्रशासन द्वारा ऐसे किसी पंचायत प्रतिनिधि को अधिकार नही दिया है कि जबरन तराजु-बाट लेकर धान खरीदी केन्द्र पर जाकर शासकीय कार्य बाधा डाले। धान खरीदी प्रभारी इस पंचायत प्रतिनिधि के रवैये से खासे नाराज हैं. और आने वाले समय मे इसकी शिकायत विभाग के मंत्री से भी करने की कह रहे हैं ।