जांजगीर नैला नगरपालिका के अधिकारी, इंजीनियर जनप्रतिनिधियों की मिलीभगत से शहर के हर काम में भष्ट्राचार…डीएमएफ का राशि का लगा रहे चुना…

जांजगीर-चाम्पा...जांजगीर नैला नगरपालिका में जब से कांग्रेस सत्ता पर बैठी हैं। तब से शहर के विकास तो कम हो रहा हैं। लेकिन, भ्रष्टाचार चरम पर हैं। शहर के दर्जनों कामों पर बिना भ्रष्टाचार की कोई काम नहीं हो रहा हैं। हर काम में कमीशन को लेकर विवाद की स्थिति बनी हुई हैं। नगर पालिका के जनप्रतिनिधियों एवं इंजीनियर की मिलीभगत से सारे काम गुणवत्ताहीन हो रहे हैं। नगर पालिका के इंजीनियर द्वारा बिना मॉनिटरिंग के निर्माण कार्य कराया जा रहा हैं। अपने लोगों को काम देने के चक्कर में नियम कायदे भी भूल गए हैं। ठेकेदारों का टेंडर फॉर्म से लेकर डीडी को गायब कर दिया जा रहा हैं। इस तरह कांग्रेस के राज में नगर पालिका में भ्रष्टाचार का बोलबाला हैं। यहां डीएमएफ से मिली राशि का दुरुपयोग किया जा रहा हैं। किसी भी निर्माण कार्य में ना तो कोई नियम कायदे हैं, ना ही कोई मापदंड हैं। अधिकारी, जनप्रतिनिधि, इंजीनियर तीनों के मिलीभगत से शहर का विकास रुक गया हैं। हर काम में भ्रष्टाचार साफ दिख रहा हैं। शहर में शौचालय निर्माण से लेकर पौनी पसारी योजना, जल आवर्धन योजना एवं पीएम आवास योजना से लेकर शहर में रोड निर्माण में भारी भ्रष्टाचार देखने को मिल रहा हैं। बिना गुणवत्ता के कराए जा रहे काम कमीशन का भेंट चढ़ गया हैं। बिना कमीशन के ना तो इंजीनियर काम करने को तैयार हैं न हीं अधिकारी तैयार हैं। कमीशन दो काम लो…इस तरह जो ठेकेदार जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारी को कमीशन ज्यादा दे रहा हैं। उनको ही काम मिल रहा हैं..और जो कमीशन नहीं दे रहा हैं। उसके डीडी एवं टेंडर फॉर्म को गायब कर दिया जाता हैं। अपने लोगों को उपकृत करने के लिए अधिकारी लगे हुए हैं। जिसके चलते शहर के निर्माण कार्य गुणवत्ता हीन तो हो ही रहा हैं। वही पैसे का भी दुरुपयोग हो रहा हैं।