Nuclear Weapon : विश्व में परमाणु हथियारों की संख्या में वृद्धि, पाकिस्तान से आगे निकला भारत, इतनी बढ़ी संख्या

Nuclear Weapon, Nuclear Bomb, India, Pakistan : सिप्री की इस रिपोर्ट में इस बात को भी खुलासा किया गया है कि वैश्विक स्तर पर परमाणु हथियारों की संख्या में भी वृद्धि हुई है।

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Nuclear Weapon, Nuclear Bomb, India, Pakistan : वैसे तो परमाणु हथियारों की तादाद में बदलाव का एक मामला हर समय वैश्विक राजनीतिक दलील का विषय बनता है, लेकिन इस बार चर्चा भारत और पाकिस्तान के बीच हुई है। इस विषय पर लगातार सरकारी स्रोतों से संदेश मिलने के बाद निष्कर्ष निकाला गया है कि भारत ने अब दुश्मन पाकिस्तान से परमाणु हथियारों की संख्या में आगे बढ़ लिया है।

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Nuclear Weapon : परमाणु हथियारों की संख्या में आगे

स्वीडिश अनुसंधान संस्था सिप्री (स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट) की ताज़ा रिपोर्ट के अनुसार, भारत ने अब अपने पास 172 परमाणु बम रख लिए हैं, जबकि पाकिस्तान के पास ये 170 हैं। इस रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि भारत ने पिछले एक वर्ष में 8 नए परमाणु बम तैनात किए हैं, जबकि पाकिस्तान ने इस दौरान कोई नया परमाणु बम नहीं बनाया है।

Nuclear Weapon : एक वर्ष में 8 नए परमाणु बम तैनात

सिप्री की इस रिपोर्ट में इस बात को भी खुलासा किया गया है कि वैश्विक स्तर पर परमाणु हथियारों की संख्या में भी वृद्धि हुई है। साल 2024 में दुनिया भर में कुल 12,121 परमाणु बम हैं, जिनमें 9,585 सैन्य जखीरे में संभाले गए हैं, जबकि 3,904 परमाणु बम मिसाइलों और लड़ाकू विमानों में रखे गए हैं।

Nuclear Weapon : साल 2024 में दुनिया भर में कुल 12,121 परमाणु बम

इस रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि चीन ने पहली बार अपने परमाणु बमों को मिसाइलों में तैनात कर दिया है और उसकी संख्या करीब 500 पहुंच गई है। इसके साथ ही चीन ने अपने परमाणु हथियारों को हाई ऑपरेशनल अलर्ट पर भी रखा है, जो विशेषकर ताइवान के प्रति अमेरिका के साथ तनाव के बीच बढ़ाया गया है।

सिप्री के विशेषज्ञों के अनुसार, इस बढ़ती हुई संख्या ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय में बड़ी चिंता और चिंताओं को उत्पन्न किया है। इससे बड़े पैमाने पर स्तर पर परमाणु हथियारों के उपयोग के संभावित बढ़ने की संभावना बनी है, जो वैश्विक सुरक्षा के लिए एक बड़ा खतरा हो सकता है।

वैश्विक समुदाय और संघर्ष निवारक संगठनों ने इसे लेकर अपनी गहरी चिंता व्यक्त की है और इसे रोकने के लिए सक्रिय रूप से पहल कर रहे हैं। इस बढ़ती हुई संख्या के साथ-साथ पुराने परमाणु हथियारों के नष्ट होने का भी प्रस्ताव है, जो वैश्विक शांति और सुरक्षा के लिए एक अच्छी संकेत हो सकता है।