बॉलीवुड में ‘डिस्को डांसर’ बनकर हिंदी सिनेमा में अपनी एक अलग छाप छोड़ने वाले मिथुन चक्रवर्ती ने अपने फिल्मी करियर में बुलंदियों को छुआ। तो वहीं छोटे पर्दे पर भी डांस रिएलिटी शो ‘डांस इंडिया डांस’ में उन्होंने अपनी मौजूदगी दे कर बड़ा धमाल मचाया। ‘डांस इंडिया डांस’ और ‘डांस बांग्ला डांस’ जैसे ज़ी टीवी के डांस शो में मिथुन ग्रैंड जज के तौर पर नजर आए। एक तरफ वह कला के पुजारी हैं तो दूसरी तरफ वह खेल को भी उतना ही महत्व देते हैं। मिथुन चक्रवर्ती अपनी मातृभूमि बंगाल में फुटबॉल को बढावा देनें में भी लगे हुए हैं। दरअसल, बंगाल फुटबॉल अकादमी उन्हीं की दिमागी उपज है और उन्होंने ही इस अकादमी की स्थापना के लिए जरूरी रकम जुटाई। मिथुन चक्रवर्ती इंडियन क्रिकेट लीग में रॉयल बंगाल टाइगर्स टीम के को-ओनर भी हैं।
अपने जमाने के सुपरस्टार रहे मिथुन दा एक फिल्म एक्टर होने के साथ-साथ सामाजिक कार्यकर्ता और राज्यसभा सांसद भी रह चुके हैं। मिथुन दा को राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है। मिथुन ने अपने करियर की शुरुआत कला फिल्म मृगया (1976) से की। इस फिल्म के लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के लिए पहला राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार मिला। 16 जून 1950 को जन्में मिथुन चक्रवर्ती का असली नाम गौरांग चक्रवर्ती है। 1980 के दशक के अपने सुनहरे दौर में मिथुन एक डांसिंग स्टार के रूप उभरे। उनके डिफरेंट तरह के डांस का स्टाइल लोगों को बेहद पसंद आया। आज भी लोग मिथुन चक्रवर्ती स्टाइल डांस करना बहुत पसंद करते हैं। मिथुन के डांस ने उन्हें एक अलग पहचान दिलाई। मिथुन ने साल 1982 में बहुत बड़ी हिट फिल्म ‘डिस्को डांसर’ में स्ट्रीट डांसर जिमी की भूमिका निभाई। उनके इस कैरेक्टर ने उन्हें दर्शकों में लोकप्रिय बनाया। कुल मिलाकर बॉलीवुड की 350 से ज्यादा फिल्मों में काम करने के अलावा उन्होंने बांग्ला, उड़िया और भोजपुरी में भी बहुत सारी फिल्में की। वहीं मिथुन मोनार्क ग्रुप के मालिक भी हैं जो एक हॉस्पिटालिटी सेक्टर है।
कलकत्ता में जन्में मिथुन ने अपनी पढ़ाई स्कॉटिश चर्च कॉलेज से की। उन्होंने रसायन विज्ञान में BSc स्नातक की डिग्री हासिल की। इसके बाद वे भारतीय फिल्म और टेलीविजन संस्थान, पुणे से जुड़े और वहीं से अपना ग्रेजुएशन कंपलीट किया। यह बहुत ही कम लोगों जानते हैं कि मिथुन फिल्म उद्योग में प्रवेश करने से पहले एक कट्टर नक्सली थे। लेकिन उनके परिवार को कठिनाई का सामना तब करना पड़ा जब उनके इकलौते भाई की बिजली का करंट लगने से मौत हो गई थी। इसके बाद मिथुन अपने परिवार में लौट आए और खुद को नक्सली आन्दोलन से अलग कर लिया। हालांकि ऐसा करने के कारण नक्सलियों से उनके जीवन को खतरा हो सकता था, क्योंकि नक्सलवाद को वन-वे रोड माना जाता रहा है। यह उनके जीवन का एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुआ और जीवन में उन्हें एक आइकॉनिक दर्जा प्रदान करने में प्रमुख कारण बना। यह बात भी कम लोग ही जानते हैं कि उन्हें मार्शल आर्ट में महारत हासिल है।
मिथुन ने एक्ट्रेस योगिता बाली से शादी की। मिथुन चार बच्चों के पिता हैं, जिनमें तीन बेटे और एक बेटी है। मिथुन के बड़े बेटे मिमो चक्रवर्ती हैं जिन्होंने 2008 में बॉलीवुड फिल्म जिमी से अपने बॉलीवुड करियर की शुरुआत की। उनका दूसरा बेटा, रिमो चक्रवर्ती जिसने फिल्म ‘फिर कभी’ में छोटे मिथुन की भूमिका निभाई। मिथुन के अन्य दो बच्चे नमाशी चक्रवर्ती और दिशानी चक्रवर्ती अभी पढ़ाई कर रहे है। खबरों के अनुसार, मिथुन चक्रवर्ती का 1986 से 1987 तक श्रीदेवी के साथ रिश्ता था। लेकिन श्रीदेवी ने मिथुन से अपना संबंध तब ख़त्म कर दिया, जब उन्हें पता चला कि उनका अपनी पहली पत्नी योगिता बाली से तलाक नहीं हुआ है। माना जाता है कि चक्रवर्ती और श्रीदेवी ने गोपनीय रूप से शादी की है और बाद में अपना संबंध खत्म कर दिया था।
मिथुन की नामी फिल्में जिनसे उनकी बॉलीवुड में आज भी उतनी धौंस बरकरार है। वह हैं वांटेड (1983), बॉक्सर (1984), जागीर (1984), जाल (1986), वतन के रखवाले (1987), कमांडो (1988), वक्त की आवाज़ (1988), गुरु (1989), मुजरिम (1989) और दुश्मन (1990) इन फिल्मों में मिथुन ने एक एक्शन हीरो के रूप पहचान पाई। 80 के दशक में उन्हें अमिताभ बच्चन के साथ कंपेयर किया जाने लगा था। मिथुन दर्जनों एक्शन और ड्रामा से भरपूर फिल्में कर चुके थे जिससे उनकी छवि एंग्री यंग मैन की बनने लगी थी। इस दौरान मिथुन ने बॉलीवुड की कई बड़ी एक्ट्रेस जीनत अमान, पद्मिनी कोल्हापुरे, रति अग्निहोत्री, रेखा, श्रीदेवी, माधुरी दीक्षित के साथ काम किया।