Manu Bhaker, Manu Bhaker Olympic, Manu bhaker Marriage, Manu Bhaker Filmi Carrer : ओलिंपिक में भारत का मान बढ़ाकर खेल क्षेत्र में अपनी अद्वितीय प्रतिभा का लोहा मनवाने वाली खिलाड़ी मनु भाकर हाल ही में हरियाणा के झज्जर जिले के अपने नाना घर पहुंचीं। वहां उनके स्वागत में एक भव्य सम्मान समारोह आयोजित किया गया, जिसमें डीसी कैप्टन शक्ति सिंह, एडीसी सलोनी शर्मा और अन्य जिला प्रशासनिक अधिकारी शामिल हुए। इस समारोह में मनु भाकर को उनके खेल के प्रति समर्पण और उपलब्धियों के लिए सम्मानित किया गया।
शादी और फिल्मी करियर पर स्पष्टता
समारोह के दौरान मनु भाकर से उनके व्यक्तिगत जीवन और करियर को लेकर कई सवाल किए गए। विशेषकर, शादी और फिल्मी दुनिया में एंट्री को लेकर उनके विचार पूछे गए। जवाब में, मनु ने स्पष्ट किया कि वर्तमान में उनके शादी के कोई इरादे नहीं हैं। उन्होंने कहा कि वह फिलहाल अपने खेल पर पूरी तरह से ध्यान केंद्रित करना चाहती हैं। उनका मानना है कि जीवन में सफलता पाने का मौका केवल एक बार मिलता है और वह इस अवसर का पूरा उपयोग करते हुए अपने राज्य और देश का नाम ऊंचा करने के लिए लगातार प्रयासरत रहेंगी।
मनु ने कहा, “फिलहाल मेरी प्राथमिकता खेल है। मैं अपने खेल के प्रदर्शन को बेहतर बनाने और देश को गर्वित करने पर ध्यान केंद्रित करूंगी। शादी और फिल्मी करियर जैसे मुद्दे मेरे लिए अभी प्राथमिकता नहीं हैं।”
खेल की दुनिया में अपनी यात्रा
मनु भाकर ने अपनी खेल यात्रा के बारे में भी बात की और बताया कि उन्हें शुरू से ही परिवार, दोस्तों और अन्य लोगों का पूरा समर्थन मिला है। उनका कहना था कि यह समर्थन ही उन्हें कठिन समय में प्रेरित करता है और उनकी सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसके साथ ही, सरकार द्वारा भी उन्हें उचित समर्थन मिला है, जो उनके लिए बेहद प्रेरणादायक है।
मनु ने कहा, “खेल के क्षेत्र में मेरे सफर में परिवार और दोस्तों का समर्थन मुझे हमेशा प्रेरित करता है। मैं खुद को भाग्यशाली मानती हूं कि मुझे इस यात्रा में इतना समर्थन मिला है।”
गोल्ड मेडल की महत्वता
पेरिस ओलंपिक में गोल्ड मेडल से चूकने पर मनु भाकर ने अपनी भावनाओं को व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि हर खिलाड़ी का सपना गोल्ड मेडल जीतना होता है, चाहे वह किसी भी देश से हो। उनके अनुसार, खेल की दुनिया में हार और जीत दोनों ही महत्वपूर्ण हैं, और इनका सामना मेहनत और कुछ हद तक किस्मत के आधार पर होता है। “जैसे एक सिक्के के दो पहलू होते हैं, वैसे ही हार और जीत भी होती है। अब मैं भविष्य की प्रतियोगिताओं के लिए अपनी तैयारी जारी रखूंगी,” मनु ने कहा।
मनु भाकर की यह स्पष्टता और समर्पण न केवल उनके खेल के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाती है, बल्कि उनके सफल करियर की दिशा भी तय करती है। उनका यह आत्मविश्वास और खेल के प्रति प्यार ही उन्हें भविष्य में और अधिक सफल बनाने में सहायक सिद्ध होगा।