Maharashtra Assembly Election 2024: महाराष्ट्र में बदल रही हवा, किसके सिर सजेगा ताज, CM के लिए कौन है पहली पसंद, सर्वे में चाैंकाने वाले नतीजे, जानें कब होंगे चुनाव

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Maharashtra Assembly Election 2024, Assembly Election 2024, Pre poll Survey of Maharashtra Election 2024, Maharashtra Election Pre Poll Survey: लोकसभा चुनावों में हुए बड़े उलटफेर के बाद महाराष्ट्र की राजनीति पर सभी की निगाहें टिकी हुई हैं। आगामी विधानसभा चुनावों के मद्देनजर महायुति और महाविकास आघाड़ी (MVA) के बीच तीव्र प्रतिस्पर्धा की संभावना जताई जा रही है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली महायुति ने विधानसभा चुनावों से पहले अपनी चुनावी रणनीति को सुदृढ़ करने के लिए एक महत्वपूर्ण दांव खेला है।

राज्य सरकार ने हाल ही में मुख्यमंत्री लाडली बहन योजना (Ladli Behna Yojana) को लॉन्च किया है, जो महिलाओं के कल्याण के लिए एक महत्वाकांक्षी योजना है। इस योजना के लॉन्च के बाद राज्य में राजनीतिक समीकरणों में कितना बदलाव आया है, और आगामी चुनावों में क्या तस्वीर उभर सकती है, यह एक ताजा सर्वे में सामने आया है।

महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव की तारीखें पर सीएम शिंदे का बयान

महाराष्ट्र में विधानसभा चुनावों की तारीखों की आधिकारिक घोषणा अब तक नहीं की गई है, लेकिन मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने हाल ही में चुनाव की संभावित तारीखों के बारे में जानकारी दी है। मुख्यमंत्री शिंदे ने स्पष्ट किया है कि महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव इसी साल नवंबर में होंगे।

सीएम शिंदे ने यह बात शिवसेना के विधायक दिलीप लांडे के चंदीवली विधानसभा क्षेत्र में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान कही। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि दो महीने बाद, यानी नवंबर में विधानसभा चुनाव होंगे। शिंदे ने पार्टी के सदस्यों को दिलीप लांडे के साथ मजबूती से खड़ा होने और उन्हें भारी बहुमत से जीताने के लिए समर्थन देने की सलाह दी।

शिंदे ने आगे कहा कि वह शिवसेना और महायुति गठबंधन की जीत सुनिश्चित करने के लिए कड़ी मेहनत करेंगे। यह पहली बार है जब सीएम शिंदे ने विधानसभा चुनाव की संभावित तारीख पर खुलकर बात की है। इससे पहले एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा था कि मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल 26 सितंबर 2024 तक है, लेकिन चुनाव की प्रक्रिया नवंबर के दूसरे सप्ताह तक समाप्त हो सकती है।

लाडली बहन योजना का प्रभाव

सीएम एकनाथ शिंदे द्वारा शुरू की गई लाडली बहन योजना राज्य की राजनीति में एक महत्वपूर्ण मोड़ ला सकती है। इस योजना के तहत महिलाओं को वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी, जो सरकार की सामाजिक कल्याण की पहल को दर्शाती है। हालांकि, एक ताजा सर्वे के अनुसार, इस योजना ने महायुति के पक्ष में कोई विशेष लहर नहीं पैदा की है।

सर्वे का विश्लेषण

महाराष्ट्र के वरिष्ठ सेफोलॉजिस्ट दयानंद नेने ने 16 अगस्त से 25 अगस्त के बीच एक व्यापक सर्वेक्षण किया। इस सर्वे में यह पाया गया कि लाडली बहन योजना के बावजूद राज्य में महायुति और महाविकास आघाड़ी के बीच का अंतर अभी भी स्थिर है।

सर्वे में शामिल लोगों से महायुति और महाविकास आघाड़ी के साथ अन्य विकल्पों के बारे में पूछा गया। इसमें पाया गया कि महाविकास आघाड़ी की स्थिति में कोई बड़ा बदलाव नहीं हुआ है। लोगों के जवाब के अनुसार, महायुति के प्रदर्शन के बारे में 28% लोगों ने इसे अच्छा, 20% ने संतोषजनक, 20% ने खराब, 21% ने असंतोषजनक और 11% ने कोई राय नहीं दी।

नेने के अनुसार, जुलाई के अंत में किए गए सर्वे में महाविकास आघाड़ी को 158 सीटें और महायुति को 122 सीटें मिलने का अनुमान था। अब, डेढ़ महीने बाद किए गए इस नए सर्वे में महाविकास आघाड़ी को 152 सीटें और महायुति को 123 सीटें मिलने का अनुमान है। इस सर्वे के मुताबिक, लोगों की राय में कोई खास अंतर नहीं आया है।

क्षेत्रवार स्थिति

सर्वे में राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में महायुति और महाविकास आघाड़ी की स्थिति को भी स्पष्ट किया गया है। विदर्भ, मराठवाड़ा, और पश्चिम महाराष्ट्र में महाविकास आघाड़ी मजबूत नजर आ रही है। दूसरी ओर महायुति उत्तरी महाराष्ट्र, ठाणे, कोंकण और पुणे में अधिक मजबूत है।

मुंबई में महाविकास आघाड़ी की स्थिति वर्तमान में मजबूत दिख रही है लेकिन सर्वे के अनुसार, मुंबई में महायुति को भी अच्छा प्रदर्शन करने की संभावना है। महायुति में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरेगी। इसके बाद शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना और फिर अजित पवार की एनसीपी होगी। महाविकास आघाड़ी में कांग्रेस के बाद शिवसेना (यूबीटी) और शरद पवार की एनसीपी प्रमुख ताकतें होंगी।

मुख्यमंत्री के तौर पर किसे मिले ज्यादा मत?

महाराष्ट्र में आगामी विधानसभा चुनावों के मद्देनजर वरिष्ठ सेफोलॉजिस्ट दयानंद नेने द्वारा किए गए एक हालिया सर्वेक्षण ने राज्य की राजनीतिक तस्वीर को लेकर महत्वपूर्ण संकेत दिए हैं। सर्वेक्षण, जो 16 अगस्त से 25 अगस्त के बीच आयोजित किया गया, में लोगों से पूछा गया कि वे किसे अगले मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहते हैं।

इस सर्वे में सबसे अधिक 23 प्रतिशत लोगों ने देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री के रूप में पसंद किया। इसके बाद दूसरे स्थान पर उद्धव ठाकरे रहे, जिन्हें 21 प्रतिशत वोट मिले। मौजूदा मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को 18 प्रतिशत लोगों ने अपनी पसंद के रूप में चुना।

अजित पवार और सुप्रिया सुले को सर्वे में 7-7 प्रतिशत वोट मिले, जबकि महाराष्ट्र कांग्रेस के चीफ नाना पटोले को केवल 2 प्रतिशत लोगों ने समर्थन दिया। दिलचस्प बात यह है कि 22 प्रतिशत लोगों ने ‘डोन्ट नो’ (पता नहीं) विकल्प चुना, जो यह दर्शाता है कि कई लोग इस मामले में निश्चित नहीं हैं।

चुनावी मुकाबला और संभावनाएं

इस सर्वे के अनुसार, महाविकास आघाड़ी को 152 सीटें मिलने का अनुमान है, जबकि महायुति को 123 सीटें मिल सकती हैं। अन्य दलों के खाते में 13 सीटें जाने की संभावना है। इस प्रकार, राज्य में महायुति और महाविकास आघाड़ी के बीच सीधा मुकाबला होने की तस्वीर उभर रही है।

सर्वे के आंकड़े और विश्लेषण यह दर्शाते हैं कि आगामी विधानसभा चुनावों में दोनों पक्षों के बीच कांटे की टक्कर होगी। लाडली बहन योजना के बावजूद महायुति और महाविकास आघाड़ी के बीच की प्रतिस्पर्धा तीव्र बनी हुई है।

रणनीतियों को तेज किया गया

चुनावों की नजदीकियां बढ़ते ही राजनीतिक दल अपनी रणनीतियों को तेज कर रहे हैं। महायुति और महाविकास आघाड़ी के बीच की यह प्रतिस्पर्धा आगामी चुनावों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। आने वाले दिनों में राजनीतिक पैंतरेबाज़ी और चुनावी रणनीतियों के चलते तस्वीर और भी स्पष्ट हो सकती है। फिलहाल महाराष्ट्र के राजनीतिक परिदृश्य में इन दोनों गठबंधनों की ताकत और कमजोरियों को समझना आगामी चुनावों के लिए महत्वपूर्ण होगा।