जांजगीर चांपा. जिले के नरियरा में स्थित 36 सौ मेगावाॅट का केएसके पाॅवर प्लांट अब बिकने के कगार पर आ गया है. खराब प्रबंधन एंव गलत नितीयों के चलते प्लांट में दो महीने से ज्यादा हो गये मजदूर अैार प्लांट प्रबंधन के बीच विवाद चल रहा है. वही मजदूर प्लांट के अडियल रवैये से विवश होकर अब आमरण अनशन पर बैठे हुए है. बताया जा रहा एनटीपीसी की टीम भी प्लांट को आकर देख कर चली गई है. हो सकता है एनटीपीसी प्लांट को टेकओवर कर अपने स्तर पर संचालन करें. लेकिन जब से प्लांट की स्थापना हुई तब से लेकर आजतक प्लांट प्रबंधन के रैवये से हमेशा विवाद की स्थिति रही है. अब प्लांट की हलात भी ऐसे हो गई हैं प्लांट प्रबंधन इससे किसी और को संचालन के लिए सौंपना चाह रही है.
प्लांट प्रबंधन के अनुसार मजदूरो द्वारा प्लांट को क्षति पहुचाने के कारण उन्हे कुछ दिनो तक लाॅक आउट भी करना पड़ा था. फिलहाल प्लांट अभी शुरू हो गया हैं. प्रबंधन और मजदूरो के बीच सुलह कराने जिला प्रशासन स्तर पर कई बार चर्चा भी हुई लेकिन प्लांट अपने अडियल रूख के कारण अपने ही बातो पर अड़ा हुआ है जिसके कारण सुलह नही हो पा रहा है. वही मजदूर अपने हक की लड़ाई अभी भी जारी रखे है. लेकिन दूसरी ओर जिला प्रशासन के गैरजिम्मेदार रैवेये के कारण कोई ठोस नतीजा सामने नही आ पा रहा है. इस लिए मजदूरो की मजबूरी भी है कि अपने अधिकार के लिए लड़ाई जारी रखे. अगर जिला प्रशासन अपने सख्त निर्णय से किसी प्रकार का निर्देश प्लांट प्रबंधन को देता तो कुछ नतीजा जरूर सामने आता लेकिन ऐसा होते नही दिख रहा हैं. जिला प्रशासन हाथ मे हाथ धरे बैठा हुआ है. प्लांट प्रबंधन को समझाने के बजाय मजदूरो पर दबाव बना कर दबाव पूर्वक बात बनवाने को उतारू हो गया है. वही मजदूरो का कहना हैं जब तक उनकी मांग पूरी नही हो जाती तब तक उनका अनसन जारी रहेगा. आगे बात नही बनी तो वे आत्मदाह करने को विवश भी होगें. लेकिन प्लांट प्रबंधन अपने ही जिद में है.