जांजगीर-चांपा। जिले में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही का नतीजा है कि जिले के छोटे -छोटें गांव मे अवैध बिना नर्सिंग होम एक्ट में पंजीकृत झोलाछाप डाॅक्टर 20 बिस्तर का हास्पिटल का संचालन बिना रोक टोक कर रहे हैं। लेकिन स्वास्थय विभाग इन सब मामलों मे अनजान हैं। स्वास्थ्य विभाग के नाक के नीचें अवैध तरीके से ये झोलाछाप डाॅक्टर लोगो के इलाज के नाम पर जान से खिलवाड़ कर रहे है। मामला जिले के बलौदा ब्लाक के चांपा सिवनी गांव को जहां दर्जनो अवैध नर्सिंग होम संचालित हो रहा है। लेकिन स्वास्थ्य विभाग के बीएमओ को इसकी जानकारी नही हैं।
एमबीबीएस डाॅक्टरो के साथ कुछ दिन काम करने के बाद खुद एमबीबीएस डाॅक्टर बन गये है। जहां लोगो को सूई लगाने के लेकिन मरीजो को बाॅटल चढ़ा कर अपने क्लीनिक मे 20 बिस्तर का हास्पिटल संचालित कर रहे हैं। इनके पास न तो कोई मेडीकल डिग्री है और न ही कोई नर्सिंग होम एक्ट के तहत पंजीयन है। ग्राम सिवनी के मुख्य चैक के पास संतोष यादव,प्रदीप देवागंन,योगेश राठौर,भोलेश्वर सोनी, बंगाली डाॅक्टर,निर्मलकर क्लीनिक दर्जनो नर्सिग होम संचालित है। जो अपने यहां मरोजो को रोजना इलाज कर दवाई देते हैं। यहां तक मरीजो को भर्ती कर बाॅटल भी चढा देते है।
बीएमओ ने कहा जल्द होगी कार्यवाही…
बलौदा ब्लाक के बीएमओ डां गुप्ता ने बताया कि सीएमएचओ कार्यालय से झोलाछाप डाॅक्टरो पर कार्यवाही करने के निर्देश मिले है। जल्द जांजगीर एसडीएम ,बलौदा टीआई सहित बीएमओ के साथ स्वास्थ्य विभाग की टीम जल्द मौके पर दबिश देकर इन झोलाछाप डाॅक्टरो की अवैध नर्सिंग होम को सील किया जायेगा और इन पर कार्यवाही की जायेगी। चांपा सिवनी में दर्जनों झोलाछाप डाॅक्टर जो अवैध रूप क्लीनिक का संचालन कर रहे शिकायत मिली हैं।