छत्तीसगढ़ के दो कारोबारियों के तीन शहरों में स्थित 18 ठिकानों पर आयकर विभाग की कार्यवाही शुक्रवार को तीसरे दिन भी जारी रही। अब तक की जांच के दौरान मिले कम्प्यूटर, लैपटाप, पैन ड्राइव और सीडी की पड़ताल की जा रही है। इसके लिए फोरेंसिक विशेषज्ञों की सहायता ली जा रही है। आयकर सूत्रों के अनुसार जांच में कई सेल (छद्म) कंपनियों के साक्ष्य मिले हैं। इन सेल कंपनियों के जरिये बड़े पैमाने पर टैक्स चोरी किए जाने की आशंका व्यक्त की जा रही है।
बता दें कि बुधवार को दिल्ली से पहुंची आयकर विभाग की टीम ने दो कारोबारियों के रायपुर, बिलासपुर और रायगढ़ स्थित ठिकानों पर दबिश दी थी। अब तक की जांच में तीन करोड़ रुपये से अधिक नगदी और आठ बैंक लाकरों के साथ ही बड़े पैमाने पर अनुपातहीन संपत्ति की जानकारी मिलने का दावा आयकर अफसर कर रहे हैं। आयकर की टीम ने आठ में से दो लाकरों की जांच की है। बाकी छह लाकर अभी खोले नहीं गए हैं।
फोरेंसिक विशेषज्ञों को जांच में शामिल किए जाने को लेकर आयकर विभाग के सूत्रों ने बताया कि जांच के दौरान ऐसा लगा कि कुछ कम्प्यूटर, लैपटाप और मोबाइल से डाटा मिटा दिए गए हैं। फोरेंसिक विशेषज्ञों के जरिये उन्हीं डाटा की तलाश की जा रही है। अफसरों ने बताया कि एक टीम दोनों फर्मों के आयकर रिटर्न (आइटीआर) का बैंक व जांच में मिले दस्तावेजों के साथ मिलान करने में जुटी हुई है।