@संजय यादव/31 अगस्त 2022
छत्तीसगढ़ विधानसभा में जांजगीर-चांपा जिले का जलवा…!
इससे किस्मत कहे या सौभाग्य इस बार छत्तीसगढ़ विधानसभा में अच्छा संयोग बना है, छत्तीसगढ़ के विधानसभा में जांजगीर-चांपा जिले का जलवा है। यह सौभाग्य की बात है कि इस बार छत्तीसगढ़ विधानसभा में अध्यक्ष, नेता प्रतिपक्ष एवं छत्तीसगढ़ विधानसभा के सचिव जांजगीर चांपा जिले से हैं । छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत, विपक्ष के नेता नारायण चंदेल एवं विधानसभा के सचिव दिनेश शर्मा भी जांजगीर-चांपा जिले से ही आते हैं। आने वाले समय में जरूर उम्मीद की जा सकती है कि इस बार जांजगीर चाम्पा को इसका फायदा मिल सकता है। जिले के लोगों को तो यही उम्मीद है।
नेता प्रतिपक्ष हारता है हमेशा चुनाव…
छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनाव के संदर्भ में देखा गया है ।कि छत्तीसगढ़ में नेता प्रतिपक्ष हमेशा चुनाव हारते आया है। सिर्फ टीएस बाबा एक अपवाद रहे हैं जो नेता प्रतिपक्ष होने के बाद भी चुनाव जीते हैं, लेकिन ज्यादातर नेता प्रतिपक्ष बनने के बाद विधानसभा चुनाव हार गए है। ऐसे कई उदाहरण हैं जो छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनाव में देखे गए हैं। वही अब जांजगीर चांपा के विधायक नारायण चंदेल के नेता प्रतिपक्ष बनने के बाद यह चर्चा फिर से गर्म हो गई है की विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष बनने के बाद चुनाव हार सकते हैं यह कोई और नहीं बल्कि कांग्रेसी आरोप लगा रही हैं कि इस बार नारायण चंदेल कुर्सी गवां सकते हैं।
सक्ति जिले का आगाज होते ही सूरज महन्त की दावेदारी लगभग तय…
अगर सब कुछ ठीक रहा तो आने वाले 15 रोज में सक्ति जिले का आगाज हो सकता है। जांजगीर-चांपा जिले से अलग होकर अब सक्ति जिले के नाम से जाना जाएगा। वही सक्ति वासियों को नए जिले के साथ-साथ विधानसभा चुनाव में नए दावेदार या कहें भावी विधायक मिलने वाला है । छत्तीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत आने वाले सक्ति जिले के लोकार्पण कार्यक्रम में अपने पुत्र सूरज महान का चेहरा आगे करके लोगों को यही जताने की कोशिश करेंगे कि इस बार जनता आने वाले विधानसभा चुनाव में भावी विधायक के रूप में सूरज महंत को अपना नेता समझे। कार्यक्रम में सूरज महंत का ही नाम सबसे आगे होगा। इसलिए कहा जा रहा है कि सक्ति वासियों को एक साथ डबल खुशी मिलने वाला है नए जिले के साथ-साथ भावी विधायक भी मिलने जा रहा है।
जांजगीर चांपा विधानसभा से इस बार कौन होगा भाजपा, कांग्रेस का उम्मीदवार…
जांजगीर चांपा विधानसभा में इस बार कांग्रेस एवं भारतीय जनता पार्टी में उम्मीदवारी को लेकर जनता टकटकी लगाए हुए हैं । वही वोटरों की मंशा के अनुसार इस बार दोनों पार्टी से नए उम्मीदवार की उम्मीद की जा रही है। लोग अब पुराने घिसे पीटे चेहरा देख – देख कर थक गये हैं। अब नए उम्मीदवारों की तलाश की मंशा जाहिर कर रहे हैं । दोनों ही पार्टी के कार्यकर्ता एवं आम जनता की यही उम्मीद है कि आने वाला 2023 के विधानसभा चुनाव में नए उम्मीदवार को मौका मिले। वही पार्टी के वरिष्ठ नेता भी वोटरों की मंशा को भांप लिए हैं अब यह लगभग तय माना जा रहा है कि इस बार आने वाले आगामी विधानसभा में कांग्रेस एवं भाजपा दोनों नए चेहरे को अपना उम्मीदवार बना सकती है। जिस पार्टी ने नए चेहरे चुनाव मैदान में उतारेंगे निश्चित ही इस बार विधानसभा चुनाव में उन्हीं की जीत तय होगी। आम जनता अब पुराने चेहरे से ऊब चुकी है।
माइक वन के कार्य से विभाग के अधिकारी,कर्मचारी पस्त..
जांजगीर-चांपा जिले की पुलिस अधीक्षक विजय अग्रवाल के कार्यशैली को लेकर शहर में कई चर्चाएं हो रही है । विभाग के कर्मचारी एवं अधिकारी अब अपने बॉस की कार्यप्रणाली को देखकर पस्त नजर आ रहे हैं । जिस तरह ऊर्जा एवं जोश के साथ जिले में पुलिस अधीक्षक विजय अग्रवाल काम कर रहे हैं उनकी प्रशंसा चारों ओर हो रही है। वही रात दिन सिर्फ काम ही काम को देखकर उनके साथ काम कर रहे हैं अधिकारी एवं कर्मचारी अब अपने बॉस को कोस रहे हैं, कि कब यहां से साहब रवाना हो…खाली पीली हराम का खाने पीने वाले अधिकारी कर्मचारी को पुलिस अधीक्षक की कार्यशैली पसंद नहीं आ रहा है। जिसको लेकर काफी दुखी नजर आते हैं। लेकिन अपने कर्तव्य के प्रति ईमानदारी से काम करते हुए विजय अग्रवाल अपने सभी कर्मचारियों एवं अधिकारियों का प्रोत्साहित करते हुए अपने काम के प्रति ईमानदारी से करने की नसीहत दे रहे हैं। वही अपराधी भी अब पुलिस अधीक्षक के कार्य से डरे हुए हैं। पुलिस अधीक्षक भी अपने से जितना हो सके नवाचार या नए ढंग से काम करने के लिए हर कर्मचारी एवं अधिकारी कह रहे हैं।
जन्मदिन के बहाने शक्ति प्रदर्शन..
1 सितंबर को डॉ चरणदास महंत के सुपुत्र सूरज महंत का जन्म जन्मदिन है. इसी बहाने सक्ति जिले के रूप में नया जिला जांजगीर चांपा से अलग हो रहा है। जन्मदिन के बहाने डॉक्टर महन्त समर्थक अब शक्ति प्रदर्शन के रूप में सूरज महंत का जन्मदिन मनाने की बात कह रहे हैं । हालांकि प्रदेश से अभी डॉ चरणदास फैमिली बाहर है ।इसलिए यह प्रदर्शन थोड़ा फीका जरूर हो सकता है। लेकिन कार्यकर्ता भी किसी भी अंदाज में कमतर अपने आप को नहीं मान रहे है। जन्मदिन के ही बहाने सूरज महंत को अपने नेता के रूप में पेश कर रहे हैं। कल 1 सितंबर को शक्ति विधानसभा के हर एक चौक चौराहों में सूरज महन्त के साथ-साथ कार्यकर्ताओं के होर्डिंग पोस्टर सज कर तैयार हो गया है। अब कार्यकर्ताओं को सिर्फ अपने बॉस का आने का इंतजार है। जैसे ही डॉ चरणदास महंत विदेश प्रवास से छत्तीसगढ़ आएंगे तब उनका स्वागत कार्यकर्ता गर्म जोश के साथ करने की प्लानिंग बना रहे हैं।