जांजगीर चाम्पा। आगामी विधान सभा चुनाव की तैयारी में अब बीएसपी ने भी तैयारी शुरू कर दी है,संगठन और कार्यकर्ताओं का चार्ज करने के लिए बीएसपी प्रदेश प्रभारी राज्य सभा सांसद राम जी गौतम दौरा में जांजगीर पहुंचे और पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक की, बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने छत्तीसगढ़ में बीएसपी को पुनः स्थापित करने के लिए रणनीति बनाना शुरू कर दिया है, और सात प्रांत की प्रभारी राज्य सभा सांसद राम जी गौतम को पार्टी की स्थिति का जायेजा लेने भेजा है।
राम जी गौतम ने आज जांजगीर सर्किट हाउस में पत्रकारों से चर्चा करते हुए छत्तीसगढ़ सरकार के खिलाफ कई मुद्दों में प्रदर्शन की तैयारी होने का दावा किया उन्होंने कहा कि राज्य सरकार और केंद्र सरकार ने हसदेव अरण्य को साजिश के तहत कोयला निकालने का आदेश दिया है और अब प्रदेश की जनता के साथ बीएसपी द्वारा हसदेव अरण्य को बचाने के लिए आंदोलन किया जाएगा, इस कोल ब्लाक से वहा रहने वाले मूल निवासियों को विस्थापन का दंश झेलना पड़ेगा और वन्य जीव के साथ नदी नाले और प्लांट भी बंद होने के कगार पर पहुंच जाएगा और इसका परिणाम विनाश कारी होगा।
उन्होंने कहा की इस हसदेव अरण्य को बचाने के लिए राहुल गांधी ने भी वायदे किए थे लेकिन छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार के बाद भी कोल ब्लॉक का विरोध नहीं किया जा रहा है। इसलिए उन्हें भी वादा याद दिलाना है,उन्होंने कहा की हसदेव अरण्य को बचाने के लिए बीएसपी द्वारा 20 मई को रायपुर में प्रदेश व्यापी आंदोलन कर राज्यपाल को ज्ञापन सौप जायेगा और 23 मई को जिला स्तर में प्रदर्शन किया जाएगा।
राज्य सभा सांसद राम जी गौतम ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार ने चुनाव से पहले कई बड़े वायदे किए थे जिसे पूरा करने के बजाय सरकार अपने में मस्त है, न वृद्धा पेंशन बढ़ाया गया, न ही गरीबों की शिक्षा के लिए कोई खास पहल की गई उन्होंने कहा की छत्तीसगढ़ में गरीब छात्र छात्राओं को स्कूल, कालेज और टेक्निकल एजुकेशन में भी निःशुल्क प्रवेश मिलना चाहिए, साथ ही गरीबों को निःशुल्क मकान मिलना चाहिए ।
राम जी गौतम ने कहा कि छत्तीसगढ़ में बीएसपी मजबूत है, और हमारा मुकाबला हमेशा बीजेपी और कांग्रेस से रही है, आप पार्टी कभी भी बीएसपी का स्थान नहीं ले पाएगी, आप पार्टी बगुला की तरह है,जो तालाब का पानी सूखने का झांसा देकर मछलियों को बड़े तालाब में ले जाने का चकमा दे कर मछलियों को ही खा जाता है, उन्होंने कहा की पिछले चुनाव में बीएसपी ने छत्तीसगढ़ में दूसरी पार्टी से गठबंधन करने का दुष्परिणाम देख ली है और अब आने वाले चुनाव में बीएसपी का किसी पार्टी से गठबंधन नहीं होने का दावा किया, साथ ही टिकट वितरण में आयातित लोगो को किसी तरह तबाज्जो नही देने और 50 प्रतिशत युवाओं को टिकट देने का दावा किया।