रायपुर..चुनाव से 6 महीने पहले भाजपा ने प्रत्याशियों की तलाश शुरू कर दी हैं। दिल्ली से आई टीम हर विधानसभा क्षेत्र में सर्वे कर रही है। केंद्र सरकार और भाजपा नेतृत्व के द्वारा ये सर्वे करवाया जा रहा है। बीजेपी नेता अमित चिमनानी ने बताया कि चुनाव से पहले सभी राज्यों में सर्वे होता ही हैं और उसी के तहत छत्तीसगढ़ में भी सर्वे हो रहा है। विधायकों के परफॉमेंस के आधार पर उन्हें टिकट दिया जाएगा। बता दे कि इस सर्वे में हारी हुई सीटों पर ज्यादा फोकस किया जाएगा। पार्टी के मंडल, जिले के पदाधिकारियों से टीम चर्चा कर रही है। रायशुमारी कर रही हैं और उसी आधार पर टिकट दिया जाएगा।
केंद्र से आई टीम का फोकस आदिवासी बाहुल्य इलाकों में ज्यादा रहेगा। टीम आदिवासी इलाकों में नेताओं की ताकत देखेगी उस आधार पर टिकट तय होगा। वही मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी इस सर्वे पर तंज किया है। सीएम ने कहा 14 जो विधायक बचे हुए है किसी का टिकट पक्का नही हैं। अजय चंद्राकर और बृजमोहन ज़बरदस्ती अपना नम्बर बढ़ाने के लिए अपना गला खराब करते हैं। उससे कोई फर्क नही पड़ेगा। टिकट मिलेगा की नही मिलेगा इसकी कोई गारंटी नही है।
वहीं, सीएम के बयान पर प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने कहा कांग्रेस पार्टी अपनी चिंता करे। कांग्रेस के बड़े-बड़े नेता चुनाव लड़ने से इंकार कर रहे हैं, कांग्रेस की सरकार को लेकर लोगों में आक्रोश है। कांग्रेस के नेता जनता का सामना नहीं कर पा रहे हैं। कांग्रेस पार्टी में आपस में झगड़ा चल रहा है। जनता की चिंता है नहीं ढाई करोड़ जनता के नाटक झगड़े देख रहे हैं।
बता दें कि, भाजपा यूथ से लेकर बूथ तक पार्टी को मजबूती देने का काम कर रही है। और इसकी कमान केंद्रीय नेतृत्व को मिला है। प्रदेश इकाई के जरिये पार्टी बूथ स्तर पर काम कर रही है। बूथ में कमजोर, सामान्य और मजबूत बूथों की कैटेगरी में बांट दिया गया है।